उन्नाव जिले के नवाबगंज में मां के साथ कुछ दिन पहले ननिहाल आया बच्चा सोमवार शाम खेलते समय कुएं में गिर गया। नाती को बचाने के लिए कुएं में उतरे नाना की भी जहरीली गैस की चपेट में आकर मौत हो गई। चीख-पुकार के बीच रस्सी के सहारे कुएं में उतरा पड़ोसी भी बेहोश हो गया।
समय रहते उसे बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। दमकल और पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया। पुरवा के मौजूदा व पूर्व विधायक के अलावा एसडीएम और सीओ भी मौके पर पहुंचे। सहरावां गांव निवासी नवल किशोर सोनी (55) की गोसाईगंज लखनऊ निवासी बेटी मोनी 10 दिन पहले चार वर्षीय इकलौते बेटे विनायक के साथ मायके आई थी।
सोमवार शाम पांच बजे बच्चा विनायक घर के बाहर खेल रहा। अचानक वह पास के कुएं में रखे पटरे में चढ़ गया। पटरा सड़ा होने से वह कुएं में गिर गया। नाती को बचाने के लिए नाना नवलकिशोर आनन-फानन कुएं में उतरे। काफी देर तक कोई हलचल न होने पर पड़ोसी बचल्लू सिंह (55) रस्सी के सहारे कुएं में उतरे।
कुएं में जहरीली गैस होने से वह भी चपेट में आ गए। उसके चीखने पर ग्रामीणों ने बाहर खींच लिया। बेहोशी हालत में उसे जुनाबगंज स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहरीली गैस बचाव कार्य में लगी टीम के लिए बाधक बनी रही। ऑक्सीजन सिलिंडर भी मंगवाए गए।
कुएं में डूबे नाना व नाती को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। कुएं में सीढ़ी डालकर अग्निशमन जवान लालटेन लेकर नीचे उतरे। 20 फिट नीचे उतरने पर लालटेन के बुझने से जहरीली गैस होने का पता चला। इस पर जवान ऊपर आ गए। कुएं में जहरीली गैस होने से बचाव कार्य रोकना पड़ा। मौके पर पहुंचे एएसपी शशिशेखर सिंह राहत कार्य का जायजा लेते रहे। विधायक अनिल सिंह व पूर्व विधायक उदयराज यादव भी मौके पर पहुंचे।
चार घंटे चला रेस्क्यू
कुएं में गिरे नाना व नाती को बचाने में असफल रहे ग्रामीणों की नजर बचाव कार्य के लिए गांव पहुंची पुलिस व अग्निशमन दल पर टिकी रहीं। टीम की गतिविधियों को देख ग्रामीणों को लगा कि दोनों जल्द ही बाहर निकाल लिए जाएंगे।
हालांकि चार घंटे कोशिश के बाद भी जहरीली गैस के चलते टीम सफल नहीं हो पाई। अग्निमशन अधिकारी शिवदरश प्रसाद ने कहा कि कुएं में हाईड्रोक्लोराइट गैस के होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि कुएं में पत्ते व कूड़ा सड़ने से यह गैस बनती है। इसके प्रभाव से लोगों की मौत हो जाती है।
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