इंदौर में दिनदहाड़े एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। युवक अपनी पत्नी को आफिस के लिए बस पकड़ा कर लौट रहा था। इसी दौरान बदमाशों ने उसकी आंखों में मिर्ची पाउडर डाल कर चाकू से हमला कर दिया। मौके पर ही युवक की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। घटना के बाद असानी से बदमाश भाग निकले। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में लूटपाट के बाद हत्या माना है। दूसरे बिंदुओं पर जांच की जा रही है। वारदात शहर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथपुरा इलाके में सुबह करीब 8 बजे की है। सीएसपी निहित उपाध्याय के अनुसार आकाश नाम का युवक पत्नी को एलआई जी चौराहे पर देवास जाने वाली बस में बैठा कर वापस घर लौट रहा था। उसी दौरान अज्ञात बदमाशों ने मिर्ची डालकर चाकू से गोदकर हत्या कर दी।
घटना की जानकारी लगते ही भागीरथपुरा पुलिस चौकी और परदेशीपुरा पुलिस चौकी के पुलिस जवान मौके पर पहुंचे।इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। मौके पर आला अधिकारी अब इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में लगे हुए हैं। अब तक पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। आकाश की पत्नी को बुलाया गया है।
बिजली कंपनी के ऑफिस के सामने हुई है घटना
राहगीरों की माने तो घटना बिजली कंपनी के पोलोग्राउंड ऑफिस के पिछले गेट के सामने हुई है। इसके बावजूद भी किसी व्यक्ति ने घटना होते हुए नहीं देखी। पुलिस ऑफिस के गार्ड और अन्य लोगों से भी पूछताछ करने में जुटी है। इससे कोई चश्मदीद पुलिस को मिल पाए, लेकिन अभी कोई जानकारी पुलिस के हाथ नहीं लगी है।
1 हफ्ते पहले लूट के बाद रियल एस्टेट कर्मचारी की हुई थी हत्या
6 अक्टूबर को रियल एस्टेट कर्मचारी देवांशु मिश्रा की लसूड़िया थानाक्षेत्र में लूट के दौरान हत्या हो गई थी। घटना के वक्त तीनों आरोपियों ने नशा करने के बाद चेन लूटते हुए देवांशु पर चाकू से हमला किया था। घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश भी दिए थे कि अपने-अपने थानों में आदतन अपराधियों पर बांडओवर की कार्रवाई की जाए।
एसपी के आदेश इलाके में चाकूबाजी हुई तो बीट प्रभारी वालों पर होगी कार्रवाई
शहर में हो रही लगातार चाकूबाजी की घटना के बाद पूर्व क्षेत्र के एसपी आशुतोष बागरी ने यह आदेश दिए थे कि यदि किसी भी थाने में चाकूबाजी जैसी घटना हुई, तो बीट प्रभारी पर कार्रवाई होगी। सोमवार देर रात खजराना थाना क्षेत्र में चाकूबाजी की घटना हुई। वहीं थाने में फरियादी की सुनवाई तक नहीं हुई। इस कारण से घायल अवस्था में पिता पुत्र को डीआईजी बंगले पर जाना पड़ा।