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भिंड के मेहगांव में खाद लूटी:गोदाम प्रभारी को धमकाया और आधा दर्जन गांव के दबंग लूट ले गए 30 बोरी यूरिया और DAP खाद, पुलिस ने की FIR

भिंड जिले में खाद की किल्लत खत्म होने का नाम नहींं ले रहा है। भिंड में सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के विधानसभा के बाद अब राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया के विधानसभा में खाद लूट की घटना हुई है। यहां सहकारी गोदाम में रखे खाद की बोरियों को करीब दस से पंद्रह दबंग लूट ले गए। गोेदाम प्रभारी ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली।

मेंहगांव पुलिस के मुताबिक मंगलवार को आधा दर्जन गांव के सचिवों को कॉपरेटिव की ओर से खाद की बोरियां वितरित की जानी थी। कृषि उपज मंडी स्थित विपणन संघ के गोदाम से खाद दिए जाने केलिए बुलाया गया था। सचिवों को खाद दिए जाने की सूचना पर दबंगों का एक झुंड भी आ गया। इसी समय वे गोदाम में घुस गए। जब गोदाम प्रभारी श्रीकृष्ण राठौर ने उन्हें रोकना चाहा तो इन दबंगों ने धमकी दे दी। इसके बाद वे अपने साथ बाइक या अन्य वाहनों पर बोरी लूटकर ले गए। गोदाम पर उपद्रव की सूचना पर गोदाम प्रभारी पुलिस थाना व एसडीओपी को सूचना दी। करीब एक घंटे तक कोई मौके पर नहीं पहुंचा। इसके बाद गोदाम प्रभारी की लिखित शिकायत पर पुलिस थाने में की गई। यह घटना करीब पांच बजे की है। यह खबर देर रात मीडियो को लगी। मीडिया कर्मियों द्वारा जब प्रशासनिक अफसर व पुलिस प्रशासन से खाद लूट की घटना की जानकारी मांगी तब जाकर कही अज्ञात लोगों पर एफआइआर दर्ज की गई।

खाद का वितरण की व्यवस्था फेल

भिंड जिले में खाद का संकट किसानों के सिर से टल नहीं रहा है। किसानों को खाद न मिलने से अन्नदाता खेतों में फसलों की बुवाई नहीं कर पा रहे है। ऐसे में वे विरोध प्रदर्शन कर रहे है। शनिवार को किसानों द्वारा किए गए चक्काजाम पर मेहगांव पुलिस ने 200 लोगों पर एफआइआर दर्ज की थी। इसके बाद भी हालात कंट्रोल में नहीं है। खाद दिलाए जाने में सत्ता पक्ष के नेता भी फेल है। अफसर भी खाद के नाम पर पीछे हट रहे है। ऐसे में लूट की वारदात होना शुरू हो चुकी है।

सहकारिता मंत्री के गांव के लोग भी कर चुके खाद लूट

बीते दिनों प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के गांव ज्ञानपुरा के दबंगों द्वारा खाद लूट की वारदात की जा चुकी है। इन दबंगों ने सराया गांव के गाेदाम से पचास से अधिक बाेरी लूटी थी। स्थानीय राजनेता के भाई के हस्ताक्षेप पर यह मामला रफा-दफा हुआ। हालांकि इस बात की सूचना फूप थाना प्रभारी अनीता गुर्जर को भी लग चुकी थी। परंतु सहकारी विभाग के अफसरों द्वारा एफआइआर दर्ज न कराकर लूट करने वाले दबंगों के परमिट पर खाद वितरण दर्शा दिया। इसकेे बाद दूसरी घटना प्रदेश के राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया के विधानसभा में हुई है। हालांकि पुलिस और स्थानीय प्रशासन पहले इस मामले को दबाने के प्रयास में था। परंतु पुलिस थाने में शिकायती आवेदन आने पर अज्ञात लोगों पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है।