पुलिस कमिश्नर की तरफ से लुधियाना की फाइनेंस कंपनियों और बड़े शोरूम कारोबारियों को सुरक्षा के लिहाज से कई हिदायतें दी गई हैं, पर इनका पालन नहीं किया जा रहा है। शनिवार सुबह मुथुट फाइनेंस कंपनी में यह साफ देखने को मिला। कंपनी ने मेन गेट पर कोई डोर फ्रेम नहीं लगाया गया। यदि कोई व्यक्ति हथियार लेकर अंदर घुसता है, तो डोर फ्रेम से तुरंत पता चल जाता है। इतना ही नहीं, जहां सोना या कैश रखा है, वहां टर्न स्टाइल लगाया जाता है। जो व्यक्ति अधिकृत होगा, वही अपनी फिंगर पंच कर अंदर जा सकता है। इन दोनों खामियों को देखते पुलिस ने मुथुट कंपनी के अधिकारियों को नोटिस देकर जवाब तलब करने जा रही है।
15 करोड़ लूटने की हुई थी कोशिश
पुलिस मुथुट में हुए लूट के प्रयास के मामले में कंपनी के मुलाजिमों को भी जांच के दायरे में ला रही है। गौरतलब है कि इस समय औद्योगिक नगर लुधियाना में बड़ी फाइनेंस कंपनियों को दफ्तर लूटेरों के निशाने पर हैं। अक्तूबर 2020 को दुगरी स्थित मुथुट कंपनी की ब्रांच में दिनदहाड़े 15 करोड़ लूट की कोशिश की गई थी। उस समय भी छह लुटेरे हथियारों के बल पर ब्रांच दफ्तर के अंदर घुस गए थे। गोली चलने की आवाज आते ही आसपास के लोग ब्रांच के बाहर एकत्र हो गए थे। इसके बाद आम लोगों की मदद से तीन लुटेरों को काबू किया गया था।
दो करोड़ का सोना भी ले जा चुके हैं बदमाश
29 जनवरी 2018 को लुधियाना की घुमार मंडी स्थित वीके ज्वेलर्स से दिनदहाड़े कुछ लुटेरे दो करोड़ रुपये का सोना लूटकर ले गए थे। इस लूट को महज 20 मिनट में अंजाम दिया गया था। फरवरी 2018 को गिल रोड स्थित इंडियन इंफोलाइन फाइनेंस कंपनी से लुटेरे लगभग 12 करोड़ रुपये का सोना लूटकर ले गए थे। जुलाई 2019 में लूटेरों ने अमेजन के गोदाम को निशाना बनाया था। यहां से करीब 12 लाख रुपये की नकदी लेकर फरार हो गए थे। इसी माह शहर की दो जगहों पर लूटेरों ने दो ज्वेलर्स को अपना निशाना बनाया है। इसमें एक लूट के मामले को पुलिस सुलझा चुकी है, जबकि हंबड़ा रोड पर ज्वेलर्स से लूट का कोई सुराग नहीं लगा है।
पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है, कंपनी ने सीसीटीवी कैमरे तो लगवाए थे। यहां डोर फ्रेम या फिर टर्न स्टाइल नहीं लगाए हैं। पुलिस सभी पहलूओं की जांच जारी है। किसी भी मामले में लापरवाही पाए जाने पर उचित कार्रवाई होगी। अभी पुलिस का फोकस मृतक की पहचान करना और उसके साथियों को काबू करना है।