महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष माहिरा उर्फ महक वारसी को गैंगस्टर कोर्ट से जारी गैर जमानती वारंट के आधार पर मुगलपुरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनका मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उन्हें रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
महक वारसी पर वर्ष 2014-15 में ठाकुरद्वारा कोतवाली में धोखाधड़ी आदि के मुकदमों के आधार पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कराया गया था। महक वारसी ने मुरादाबाद देहात सीट से टिकट के लिए कुछ दिन पहले ही दावेदारी की है। लिहाजा उनकी इस गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया है।
थाना मुगलपुरा के प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि मोहल्ला शौकतबाग फैजगंज निवासी महक वारसी के खिलाफ गैंगस्टर कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी था, जिसके आधार पर थाना पुलिस ने रविवार को उन्हें घर से गिरफ्तार कर रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि उन पर ठाकुरद्वारा कोतवाली में मुकदमे दर्ज हैं लिहाजा मुकदमों के संबंध में विस्तार से जानकारी ठाकुरद्वारा पुलिस ही दे सकती है। जबकि महक वारसी के पति अधिवक्ता शौलत हुसैन ने बताया कि उनकी पत्नी को सोमवार दोपहर को चक्कर की मिलक से मुगलपुरा पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया जब वो अपने बीमार कुत्ते का इलाज कराने पत्नी के साथ कार से सिविल लाइंस अस्पताल जा रहे थे।
इस संबंध में कोतवाल ठाकुरद्वारा धनंजय सिंह ने बताया कि वर्ष 2014-15 में महक वारसी समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के दो मुकदमों के अलावा गोकशी का भी एक मुकदमा लिखा गया था। उस दौरान ठाकुरद्वारा में तत्कालीन कोतवाल विद्याराम दिवाकर ने गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। उन्होंने बताया कि इन सभी मुकदमों में विवेचना के बाद आरोप पत्र संबंधित न्यायालय में दाखिल किए जा चुके हैं। जहां महक वारसी के हाजिर न होने के
कारण उनके खिलाफ गैंगस्टर न्यायालय को गैर जमानती वारंट जारी करने पड़े। कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की महानगर अध्यक्ष महक की इस गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक हलकों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। वं मुरादाबाद देहात सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में टिकट की दावेदारी भी कर चुकी हैं। कांग्रेस पार्टी में भी इसे लेकर बेचैनी है।
महक की गिरफ्तारी के पीछे राजनीतिक साजिश: शौलत
मुरादाबाद। महक वारसी के पति ने महक की गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी तेज तर्रार महिला नेता हैं और कांग्रेस से देहात सीट से टिकट की दावेदारी पेश कर चुकी हैं। उनकी बढ़ती राजनीतिक पकड़ और लोकप्रियता के कारण कुछ राजनीतिक दलों के लोग परेशान हैं। उन्हें गिरफ्तार कराने के पीछे इन्हीं लोगों का हाथ है।
शौलत हुसैन ने कहा कि मेरे विवाह से पूर्व महक पर ठाकुरद्वारा में वर्ष 2014-15 में धोखाधड़ी के जो दो मुकदमे दर्ज किए गए वह भी साजिश के तहत दर्ज किए गए। इन मुकदमों में पुलिस ने जो आरोप पत्र दाखिल किया उस पर हाईकोर्ट से स्टे प्राप्त है। गोकशी का मुकदमा कब दर्ज हुआ इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि रविवार को महक की गिरफ्तारी भी साजिश का हिस्सा है। कोर्ट बंद होने कारण ही उन्हें जमानत नहीं मिल सकी। सोमवार को
वह महक की जमानत के लिए प्रार्थना पत्र डालेंगे।
महक वारसी के खिलाफ गैंगस्टर कोर्ट से गैर जमानती वारंट मुगलपुरा पुलिस को भेजा गया था। न्यायालय के आदेश के क्रम में मुगलपुरा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। ठाकुरद्वारा में उनके खिलाफ धोखाधड़ी, गोकशी व गैंगस्टर के मुकदमे दर्ज हैं।