आजमगढ़ के राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के लिए पीडब्ल्यूडी से 40 लाख रुपये का इंतजाम करने के लिए कहा गया। हालांकि, वहां के डीएम ने मुख्य अभियंता को लिखे पत्र में ‘परिवहन’ मद का नाम दिया है। बिना मद के इस राशि को देने में पहले पीडब्ल्यूडी के अभियंता पसोपेश में रहे। बाद में उच्चाधिकारियों से वार्ता करने के बाद आकस्मिक निधि से रकम दे दी गई।
आजमगढ़ में राज्य विवि का शिलान्यास 13 नवंबर को है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे। आजमगढ़ के डीएम राजेश कुमार ने कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा कि कार्यक्रम में आजगमढ़ के अलावा अन्य जिलों से भी परिवहन के लिए बसों की व्यवस्था की जानी है।
इस पर करीब 40 लाख रुपये व्यय होने की संभावना है। यह रकम संभागीय परिवहन अधिकारी, आजमगढ़ को हर हाल में उपलब्ध कराया जाए। इस पत्र की प्रति प्रमुख सचिव, पीडब्ल्यूडी को भी भेजी गई।
‘पीडब्ल्यूडी से 40 लाख की व्यवस्था करने के बाबत डीएम के पत्र की आपसे (संवाददाता) जानकारी मिली। इस मामले में विभाग से रिपोर्ट मंगाने के बाद ही कुछ कह सकता हूं।’
-नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव, पीडब्ल्यूडी
पीडब्ल्यूडी में अनोखी डिमांड की चर्चा
आजमगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के लिए डीएम की ओर से 40 लाख रुपये का इंतजाम करने का पत्र पीडब्ल्यू के इंजीनियरों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि परिवहन मद के लिए धनराशि की व्यवस्था करने का उनके यहां कोई प्रावधान नहीं है। इस तरह की कोई भी डिमांड इससे पहले कभी किसी जिले में की भी नहीं गई। इस बारे में पीडब्ल्यूडी मुख्यालय और शासन से स्थानीय विभागीय अधिकारियों ने बात की। आजमगढ़ के पीडब्ल्यूडी के एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि उच्चाधिकारियों से निर्देश प्राप्त करने के बाद आकस्मिक निधि से इस राशि को दे दिया गया।