कानपुर हैलट में पहली बार पांच किलो का ट्यूमर दूरबीन विधि से निकाला गया। रोगी कई साल से निजी अस्पतालों के चक्कर काट रही थी। रोगी ठीक होकर अस्पताल से अपने घर चली गई। फतेहपुर के बड़ा गांव निवासी राजरानी (75) के अंडाशय में डरमोएड सिस्ट थी।
यह सिस्ट पैदाइशी होती है। सिस्ट धीरे धीरे पांच किलो का ट्यूमर बन गई। पेट के अंदर सिस्ट के चार बार घूम जाने की वजह से महिला की तकलीफ बढ़ गई। सिस्ट के अंदर लिक्विड पदार्थ की मात्रा बहुत कम और सॉलिड अधिक होता है।
इसे 12 नवंबर को भर्ती किया गया। सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जीडी यादव ने इनकी 13 नवंबर को सर्जरी की। उन्होंने बताया कि रोगी के चीरा नहीं लगाया गया। दूरबीन विधि से धीरे-धीरे महिला का ट्यूमर काट कर निकाल लिया गया।
पैदाइशी सिस्ट होने की वजह से इसके अंदर बाल, दांत और दूसरा पदार्थ भरा हुआ था। हैलट में दूरबीन विधि से इतना बड़ा ट्यूमर निकाले जाने का यह पहला मामला है। रोगी को बुधवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। उसकी सेहत सामान्य है।