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मध्‍य प्रदेश में पड़ने लगीं बौछारें, कुछ जगह ओले भी गिरे, आज और बिगड़ सकता है मौसम

भोपाल :अफगानिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। हवाएं भी दक्षिण-पूर्वी चलने से मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छाने लगे हैं। साथ ही ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभागों के जिलों में बौछारें पड़ने लगी हैं। बुधवार रात को राजगढ़ जिले के कई गांवों में ओले भी गिरे। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात को एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने के आसार हैं। इसके असर से शुक्रवार को वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी, ओले भी गिर सकते हैं।

मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बीते चौबीस घंटों के दौरान गुना में 8.4, नौगांव में 4.8, टीकमगढ़ में 03 और खजुराहो में 2.6 मिमी बारिश हुई। वहीं बादल छाने और हवाओं का रुख बदलने की वजह से वजह से रात के तापमान में इजाफा हुआ। बीते चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में रीवा (9.6 डिग्री) को छोड़कर बाकी तमाम जिलों में न्‍यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्‍सियस से ऊपर रहा। राजधानी भोपाल में न्‍यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्‍सियस दर्ज किया गया, जो सामान्‍य से 4.8 डिग्री सेल्‍सियस अधिक रहा, साथ ही यह पिछले दिन के न्‍यूनतम तापमान से 3.4 डिग्री अधिक रहा।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विशेषज्ञ अजय शुक्ला के मुताबिक बादल छाने और हवाओं का रुख बदलने से न्यूनतम तापमान में और बढ़ोतरी होने लगी है। उधर बादल छाने के कारण अब दिन के तापमान में गुरुवार से गिरावट का सिलसिला शुरू होगा। छह-सात जनवरी की दरमियानी रात में एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत में प्रवेश करने वाला है। इसके असर से राजस्थान में एक प्रेरित चक्रवात बनेगा। इसके साथ ही शुक्रवार से पूरे प्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश की गतिविधियों में और तेजी आने लगेगी। इस दौरान कहीं-कही भारी ओलावृष्टि भी हो सकती है। मौसम का मिजाज 10 जनवरी तक बिगड़ा रह सकता है।मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विशेषज्ञ अजय शुक्ला के मुताबिक बादल छाने और हवाओं का रुख बदलने से न्यूनतम तापमान में और बढ़ोतरी होने लगी है। उधर बादल छाने के कारण अब दिन के तापमान में गुरुवार से गिरावट का सिलसिला शुरू होगा। छह-सात जनवरी की दरमियानी रात में एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत में प्रवेश करने वाला है। इसके असर से राजस्थान में एक प्रेरित चक्रवात बनेगा। इसके साथ ही शुक्रवार से पूरे प्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश की गतिविधियों में और तेजी आने लगेगी। इस दौरान कहीं-कही भारी ओलावृष्टि भी हो सकती है। मौसम का मिजाज 10 जनवरी तक बिगड़ा रह सकता है।

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