कोरोना को मात देने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना की रफ्तार काफी तेज हो गई, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार से काफी मदद मिल रही है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मास्क पहनेंगे तो लॉकडाउन नहीं लगाएंगे। दिल्ली में लॉकडाउन लगाने की हमारी कोई मंशा नहीं है। साथ ही कहा कि आज 22 हजार केस आ सकते हैं। लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत ज्यादा नहीं है। गंभीर रूप से बीमार मरीजों को ही अस्पताल जाना चाहिए। कोरोना के हालात पर कल यानी सोमवार को बैठक होगी।
सात हजार इलाके पूरी तरह से सील
राजधानी में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पिछले एक दिन में 97,762 नमूनों की जांच हुई, जिनमें 17.73 फीसदी संक्रमित मिले हैं। इस दौरान 8,951 मरीजों को छुट्टी भी दी गई है। हर दिन संक्रमण बढ़ने की वजह से दिल्ली में अब सात हजार इलाके पूरी तरह से सील हुए हैं। 20 हजार से ज्यादा मरीज अपने घरों में उपचाराधीन हैं। अस्पतालों में 1390 मरीज भर्ती हैं, जबकि 530 मरीज कोविड निगरानी केंद्रों में हैं।
31 रोगी वेंटिलेटर पर
1390 में से 77 मरीज कोरोना संदिग्ध हैं। कोविड वार्ड में 996 मरीज भर्ती हैं और 286 मरीज ऑक्सीजन थेरेपी पर हैं। 31 रोगी वेंटिलेटर पर हैं। अस्पतालों में भर्ती कुल रोगियों में से 29 फीसदी ऑक्सीजन थेरेपी पर हैं और तीन फीसदी की हालत गंभीर है। इन मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों के अनुसार ,गंभीर मरीजों की आयु 40 वर्ष या उससे अधिक है।
15 लाख पार कुल मामले
आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 15 लाख का आंकड़ा पार कर गए हैं। 2 मार्च 2020 को दिल्ली में पहला संक्रमित मरीज मिला था। अब तक 15,06,798 मामले मिल चुके हैं। इनमें से 14,41,789 मरीज ठीक हो गए और 25136 ने दम तोड़ दिया। फिलहाल 39,873 सक्रिय मरीज हैं। वहीं, 6,912 कंटेनमेंट जोन हैं। होम आइसोलेशन में अभी 20695 मरीज उपचाराधीन हैं।