भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ ने एक बार फिर अपने ही पिछले रिकार्ड को ब्रेक करते हुए इस बार एक और बेहतर स्थान प्राप्त किया है। यहां के विद्यार्थियों को जहां भारतीय कंपनियों द्वारा अधिकतम 58 लाख सालाना का पैकेज दिया गया है वहीं अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों द्वारा अधिकतम 61.58 लाख रुपये सालाना का पैकेज दिया गया है।
खास ये कि कोविड संक्रमण के दौर में भी विद्यार्थियों का पैकेज घटने की जगह बढ़ा है। वहीं हर साल की तरह इस बार भी संस्थान के विद्यार्थियों का 100 फीसदी प्लेसमेंट हुआ है।
राष्ट्रीय कंपनियों ने पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में पी नंदा किशोर, सुमित कुमार पाल को अधिकतम 58 लाख सालाना का पैकेज दिया है। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पीजीपी की छात्रा आरूषी पी कापसे और टिंसू कुमार को 61.59 लाख सालाना का पैकेज ऑफर किया गया है।
पिछले साल जहां सर्वाधिक 56 लाख सालाना का पैकेज मिला था। वहीं इस बार यह बढ़कर 61.58 लाख हुआ है। इसके साथ ही इस साल पहली बार प्लेसमेंट में एंबिट, अर्गा इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट, अर्पवुड कैपिटल, ऑरोनोवा कंसल्टिंग, डालबर्ग, हुलिहान लोकी, लिंकन इंटरनेशनल, मीशो, विंजो गेम्स आदि नई कंपनियां भी प्लेसमेंट के लिए यहां आईं।