एटा बस हादसे में 12 बच्चों के मरने पर शोक की लहर है। पीड़ितों को आर्थिक मदद के लिए राज्य सरकार ने आयोग से अनुमति मांगी हैं। आयोग की अनुमति मिलते ही जान गंवाने वाले बच्चों के परिवारों को पांच-पांच लाख तथा घायल बच्चों के मामले में 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद सरकार देगी। चूंकि राज्य सकार पूर्व में इस तरह की घटनाओं पर आर्थिक मदद देती रही है इसलिए आयोग से अनुमति मिलना तय माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दोषी लोगों पर कार्रवाई को कहा है। उल्लेखनीय है कि आचार संहिता के चलते सरकार पीडि़त परिवारों को राहत राशि नहीं प्रदान कर पा रही। अमूमन प्रदेश सरकार ऐसे मामलों में राहत राशि प्रदान करती रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा प्रमुख मायावती ने बस हादसे को दुखद बताते हुए कहा कि शासन प्रशासन को बच्चों की सुरक्षा प्रबंध का विशेष ध्यान रखना चाहिए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने हादसे में बच्चों को गंवा देने वाले परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट की है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने दुर्घटना में मरने वाले बच्चों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए दोषियो पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। रालोद प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद ने दुख जताते हुए दोषियों पर आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।