आसमान से बरसती आग अब डराने लगी है। अभी तो वैशाख चल रहा, जेठ में क्या हाल होगा। हालांकि मानसून की चाल भी सामान्य बताई जा रही, लेकिन यदि मानसून लेट हुआ तो गर्मी और भी अधिक विकराल रूप दिखा सकता है। रविवार का दिन भीषण गर्मी के बीच बीता, खासकर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में पारे के तेवर काफी सख्त रहे। रविवार को बांदा 49 डिग्री में झुलसा और एक दशक का रिकॉर्ड टूटा।
मौसम बुलेटिन के मुताबिक, प्रदेश में लगातार दूसरे दिन सबसे गर्म बांदा रहा। वहीं झांसी और आगरा में भी दिन का तापमान 48 के करीब रहा। प्रयागराज में पारा 47 के करीब पहुंच कर तपाता रहा।
वहीं कानपुर, वाराणसी, हमीरपुर, फतेहपुर में भी कम गर्म नहीं रहा। यहां भी तापमान 45 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। सिर्फ गोरखपुर, बहराइच में तापमान 40 से नीचे दर्ज किया गया। यहां तापमान क्रमश: 38.8 और 39 डिग्री रहा।
बांदा: नया रिकॉर्ड बना, दस सालों में सबसे गर्म
मई के मौसम विभाग के बीते वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो कभी भी इतनी गर्मी बांदा में नहीं पड़ी। हालांकि शनिवार को 48.8 डिग्री अधिकतम तापमान ने 1994 के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। 31 मई 1994 को भी बांदा का अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं 2012 से 2021 तक के आंकड़ों को देखें तो अधिकतम तापमान 42.8 से 48.2 डिग्री तक रहा। 2012 में 47, 2013 में 47.6, 2014 में 46.6, 2015 में 46.8, 2016 में 45.2, 2017 में 46.6, 2018 में 46.8, 2019 में 48.2, 2020 में 45.6 और 2021 में 42.8 डिग्री दिन का तापमान दर्ज किया गया है।
कल से बांदा को राहत के आसार
मौसम विभाग की वेबसाइट के मुताबिक, बांदा में सोमवार को भी हीट वेव रहेगी, लेकिन इसकेबाद से राहत मिलने लगेगी और सप्ताहंत तक पारा 42 डिग्री तक पहुंचने के आसार हैं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बूंदाबांदी से राहत
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र लखनऊ के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी से फिलहाल राहत नहीं रहेगी। जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में बूंदाबांदी कुछ राहत लेकर आने के आसार हैं।