मंडला:जिले के मोहगांव विकासखंड क्षेत्र के गांव सिंगारपुर में शनिवार रात फूड पॉइजनिंग से लगभग 150 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। देर रात 60-70 मरीजों को एम्बुलेंस और अन्य वाहनों से जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया है, जहां 29 लोगों को मोहगांव स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, इनमें बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हैं।
क्या थी घटना
बताया गया है कि जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी दूर सिंगारपुर में गत शनिवार को स्थानीय बाजार लगा था, जहां आस-पास के गांव से बड़ी संख्या में लोग खरीदी करने पहुंचे थे। इस दौरान लोगों ने वहां फुल्की (गोल गप्पा) खा ली, जिसके थोड़ी देर बाद उन्हें उल्टियां होने लगी। शुरुआत में उन्हें मोहगांव उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। जब संख्या बढ़ने लगी तो उन्हें जिला अस्पताल मण्डला भेजा गया।
देर रात पहुची टीम
सीएमएचओ डॉ श्रीनाथ सिंह ने जिला अस्पताल में मरीजों का इलाज शुरु कराने के बाद देर रात मेडिकल टीम के साथ सिंगारपुर पंहुच गए थे। जहां उन्होंने मोहगांव की मेडिकल टीम के साथ मिलकर लोगों का इलाज प्रारम्भ करा दिया।
अस्पताल पहुंचे केंद्रीय मंत्री
अस्पताल में पहुंचकर केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने मरीजों से बातचीत की।बताया गया है कि लोगो ने सिंगारपुर बाजार में गोल गप्पा खाया था, जिसके बाद उन्हें उल्टियां होने लगी। लोगों की तबियत बिगड़ते देख ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को सूचना दी।
अस्पताल में पहुंचकर कलेक्टर ने मरीजों का हालचाल जाना
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने बताया कि ग्राम सिंगारपुर से बड़ी संख्या में लोगों का स्वास्थ्य खराब होने की जानकारी आई थी, जिसके बाद वहां मेडिकल टीम, पुलिस और प्रशासन के माध्यम से उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। प्राथमिक तौर पर यह फूड पॉइजनिंग का मामला लग रहा है। हमारी कोशिश है कि जो भी लोग जिला अस्पताल आए हैं, उन्हें कोई दिक्कत न हो। अन्य डॉक्टरों की तैनाती यहां की गई है।
हालत में सुधार
डॉक्टरों ने ग्रामीणों की तबियत बिगड़ने का कारण फूड पॉइजनिंग बताया है। उनका कहना है कि ज्यादातर लोगों को हल्का इंफेक्शन है। एक-दो बच्चों को गंभीर इंफेक्शन नजर आ रहा था। इलाज के बाद अब उनकी स्थिति भी ठीक नजर आ रही है।
अब तक कुल 129 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार किए थे जिन्हें प्रारंभिक इलाज दिया जा चुका है।सबकी हालत सामान्य है। पूरे मामले के लिए एसडीएम को निर्देशित किया गया है कि वह मौके पर जाकर संबंधित घटना की जांच कर अविलंब प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।