बलिया में गंगा नदी के कटान से बचाव के लिए बाढ़ विभाग ने स्वीकृत परियोजनाओं पर बचाव कार्य शुरु कर दिया है। इसके तहत कार्यस्थलों के पास एनएच-31 पर बोल्डर गिराय जा रहा है। बचाव कार्य को लेकर विभागीय में हलचल देख कटान के मुहाने पर खड़े दर्जनों गांवों के लोगों में उम्मीद की आस जगने लगी है।
जिले से होकर बहने वाली दो प्रमुख नदियां गंगा व घाघरा हर साल बाढ़ व कटान के रूप में भारी तबाही मचाती हैं। इस बीच शासन बचाव के लिए हर साल करोड़ों रुपये की धनराशि उपलब्ध कराता है, लेकिन बचाव कार्य समय से शुरू नहीं होने तथा जिम्मेदारों की लापरवाही से न तो बचाव कार्य समय पर पूरा होता है, और न ही समाप्त। इस तरह के मामलों पर अब तक अंकुश नहीं लग पाया है। इस कमी को दूर करते हुए शासन ने पिछले वर्ष मार्च में ही विभाग द्वारा बनायी परियोजनाओं की स्वीकृति देनी शुरू कर दी है। बावजूद विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली पर खास प्रभाव पड़ता नहीं दिखा है।
कटान पीड़ितों को मिलेगा लाभ
इसका जीता जागता उदाहरण रामगढ़ क्षेत्र के सोनार टोला के पास की परियोजना में देखने को मिल रहा है। पिछले साल की उक्त परियोजना को पूरा करने में विभाग फिलहाल हांफता नजर आ रहा है। चालू वित्तीय वर्ष में जिले में गंगा व घाघरा के कटान से बचाव का काम एक अरब से भी अधिक की धनराशि से होना है। इसमे रामगढ़, सुघरछपरा, दूबेछपरा, नरदरा-भुसौला के गंगा के कटान से बचाव की कुल छह परियोजना के तहत करीब 56 करोड़ 91लाख 29 हजार की लागत से कार्य होना है। फिलहाल मिर्जापुर के अहरौरा आदि जगहों से बोल्डर पहुंचने शुरु हो गये है। लोगों का कहना है.कि अगर काम तेजी के साथ नहीं हुआ तो बाढ़ का मौसम आ जायेगा तथा एक बार फिर कटान पीड़ितों के सपनों पर पानी फिर जाएगा।
स्वीकृत परियोजनाएं
एनएच-31 के किमी 27.540 पर एक स्पर (लागत :10 करोड़ 20 लाख 97 हजार)
एनएच-31 के किमी 27.540 से 27.910 के बीच रिवेटमेन्ट कार्य (लागत : 8करोड़ 86 लाख 10 हजार)
एनएच-31 के किमी 27.990 से 28.570 के बीच रिवेटमेन्ट कार्य (लागत : 11करोड़ 11 लाख 56 हजार)
दूबेछपरा, उदयीछपरा, गोपालपुर के सुरक्षार्थ रिवेटमेन्ट व पक्र्यूपाइन कार्य (लागत : 9 करोड़ 10 लाख 75 हजार)
दूबेछपरा-टेंगरही रिंग बंधा के किमी 0.450 मीटर पर फार्क स्पर एवं इंड-1 कार्य (लागत : 9 करोड़ 89 लाख 90 हजार)
लालगंज के जगदीशपुर,नरदरा-भुसौला के सुरक्षार्थ कार्य (लागत : 7 करोड़ 72 लाख एक हजार)
पिछले साल की परियोजना अधूरी
सदर तहसील के रामगढ़ में पिछले साल की शुरू तीन परियोजनाओं में एक परियोजना (11 करोड़ 3 लाख 96 हजार) की एनएच -31 के किमी 26.900 पर बनने वाले स्पर का कार्य आज भी अधूरा पड़ा है।