Lucknow Lulu Mall Namaz Controversy :राजधानी लखनऊ में लुलु मॉल में नमाज पढ़ने को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब नमाज के तरीके और समय को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। मुस्लिम धर्म गुरुओं ने दावा किया है कि इतने कम समय में कोई भी नमाज अदा नहीं की जा सकती।
सुन्नी धर्मगुरु मौलाना सूफियान निजामी ने कहाकि नमाज के लिए इमाम और नमाजियों का रुख एक तरफ होना चाहिए। लुलु मॉल में जो वीडियो आया है, जो जानकारी मिली है, उसमें इमाम और नमाजी अलग-अलग दिशा में दिख रहे हैं। इसके अलावा बताया जा रहा है कि उन लोगों ने 18 सेकेंड में नमाज पढ़ ली थी। 18 सेकेंड में नमाज पूरी ही नहीं की जा सकती है। वहीं, मुफ्ती इरफान मियां फिरंगी महली ने कहा कि जो वीडियो और लुलु मॉल के जिम्मेदारों द्वारा जानकारी दी जा रही, उसको देख कर ये साबित हो रहा है कि इतने कम समय में कोई भी नमाज अदा नहीं की जा सकती। शिया धर्म गुरु मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि जबसे लुलु मॉल खुला है। कुछ लोग उसे बदनाम करने में लग गए हैं। कुछ लोग हमारी गंगा जमुनी तहजीब को खराब करना चाह रहे हैं। हमे आपसी सदभाव से काम लेना होगा। किसी ही अफवाह पर विश्वास न करे और अमन बनाए रखे।
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने जिन चार लोगों की गिरफ्तारी गई है, उनमें से तीन युवकों के द्वारा ही मॉल परिसर में नमाज पढ़ने के सम्बन्ध में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज पूरी तरह से गलत है। कमिश्नरेट पुलिस ने इस सम्बन्ध में सोमवार को ऐसी ही जानकारी दी। कमिश्नरेट पुलिस की ओर से कहा गया कि 12 जुलाई को नमाज पढ़ने को लेकर दो दिन बाद अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। इससे सम्बन्धित कोई भी आरोपी अभी तक चिन्हित नहीं किया जा सका है।
15 जुलाई को हनुमान चालीसा पढ़ने के प्रयास में सरोज, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और नमाज पढ़ने के प्रयास में अरशद अली के खिलाफ शांति भंग करने की कार्रवाई की गई थी। 16 जुलाई को दो युवकों को मॉल के पास नारेबाजी करने पर पकड़ा गया। इसके अलावा कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है।