सार
लखनऊ से अयोध्या के बीच हाईवे से सटे गांव और कस्बे हैं। इसलिए जहां सड़क को चौड़ा करने के लिए भूमि उपलब्ध नहीं होगी, वहां फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। लखनऊ से गोरखपुर तक हाईवे की लंबाई 269 किमी है। पूरे हाईवे पर 40 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं, जहां फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।
सांकेतिक तस्वीर
विस्तार
रामलला की जन्मभूमि छह लेन सड़क से जोड़ी जाएगी। इसके लिए वाया अयोध्या, लखनऊ से गोरखपुर तक हाईवे को चौड़ा करने का फैसला किया गया है। अभी यह रोड फोरलेन है। इस सड़क को चौड़ा करने के लिए शीघ्र ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) टेंडर आमंत्रित करेगा।
अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण पूरा होने पर यहां पूरे संसार से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होना तय है। इसको ध्यान में रखते हुए ढांचागत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इसी के तहत लखनऊ-अयोध्या-गोरखपुर हाईवे को छह लेन तक चौड़ा करने की योजना बना ली गई है।
लखनऊ से अयोध्या के बीच हाईवे से सटे गांव और कस्बे हैं। इसलिए जहां सड़क को चौड़ा करने के लिए भूमि उपलब्ध नहीं होगी, वहां फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। लखनऊ से गोरखपुर तक हाईवे की लंबाई 269 किमी है। पूरे हाईवे पर 40 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं, जहां फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।
एनएचएआई सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। शीघ्र ही डीपीआर (विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार हो जाएगी। लागत और अन्य विशिष्टियों का आकलन होने के बाद टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे।