नोटबंदी के बाद देश के प्रमुख महानगरों में रियल स्टेट में मंदी आई है। जिसके कारण दामों में गिरावतट दर्ज की गई है। कारोबारी वृंदावन पाठक कहते हैं कि आम आदमी को आयकर में छूट की सीमा पांच लाख तक बढाया जाना चाहिए। जिससे कर का दायरा भी बढेगा और आटो मोबाइल या अन्य क्षेत्रों में इसका लाभ आम जनता को मिलेगा।
बजट में वाहनों के दाम बढने की संभावना है। वैसे यह बजट चुनावी बजट है। कास्मेटिक व्यापारी शहंशाह ने कहा कि नोटबंदी की मार से बाजार पूरी तरह मुक्त नही हुआ है। सौंदर्य प्रसाधन पर टैक्स 14 प्रतिशत तक बढ गया है। इस बजट में व्यापारियों को सौंदर्य प्रसाधन में छूट की दरकार है। ताकि उनका व्यापार भी किसी प्रकार गति पकड़े।
रेल बजट को लेकर लोगों में काफी उम्मीदें हैं। लोग मुंबई के लिए ट्रेन मिलने की आस लगाए बैठे हैँ। कहने को तो दो से तीन ट्रेने जौनपुर होकर मुंबई जाती हैं लेकिन लोगों को इसमें सीट नही मिल पाती है। अकेले जौनपुर के ढाई लाख परिवार मुंबई में रहते हैं और बड़ी संख्या में लोगों का आना जाना रहता है। ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि रेल बजट में मुंबई के लिए कोई न कोई ट्रेन जरूर मिलनी चाहिए। रेल राज्यमंत्री ने ऐसा आश्वासन भी दिया था। राजन सिंह कहते हैं कि रेलवे में किराया तो बढा लेकिन सुविधाएं कुछ नही बढ़ी। स्टेशनों का आधार भूत ढांचा वही है। छोटे स्टेशनों पर पीने के लिए न तो पानी है और नही बाथरूम की व्यवस्था है।
मानिक चंद्र प्रजापति बोले कि मुंबई जाने वाली ट्रेनों में खड़े होने तक की जगह नही रहती है। जबकि वेटिंग टिकट चार से पांच सौ तक दिया जाता है। बजट को लेकर लोगों को जौनपुर से ट्रेन चलाए जाने की संभावना है।
संतोष शर्मा ने कहा कि ट्रेनों की आए दिन हो रहे हादसे से हर कोई डरा महसूस कर रहा है, लेकिन हादसे को रोकने के लिए रेलवे कोई कदम नही उठा रहा है। इस बजट में ऐसा लग रहा है कि रेल हादसे रोकने लिए जरूर कोई कदम उठाए जाएंगे। भोलानाथ केशरवानी ने कहा कि ट्रेनों में खाने पीने की सुविधा तो रही है लेकिन रेल खाने में गुणवत्ता के नाम पर कुछ भी दिखाई नही देता है। बाथरूम की सफाई नही होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि दूर की ट्रेनों में व्यवस्थाएं सही होनी चाहिए।