बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण गुरुवार को बिल नहीं जमा हो सके। इस कारण जहां उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ा, वहीं विभाग को करीब एक करोड़ रुपये राजस्व की चपत लगी। वहीं बिजली कर्मचारी से मारपीट के आरोपी पार्षद को देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया।
राजघाट क्षेत्र के पार्षद और शाहपुर थाने के मुंशी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले कर्मचारियों ने राजस्व वसूली का काम ठप कर दिया। साथ ही शहर में सभी काउंटर बंद करा दिए और अधीक्षण अभियंता नगरीय विद्युत वितरण के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए। दोपहर बाद मुख्य अभियंता एके सिंह धरना स्थल पहुंचे और कर्मचारियों से बात की। इसके बाद उन्होंने कमिश्नर को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया और मांग की कि एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए। नहीं तो इससे औद्योगिक अशांति उत्पन्न हो सकती है।
लिहाजा देर शाम तक पार्षद रवींद्र निषाद को गिरफ्तार कर लिया गया। धरना-प्रदर्शन करने वालों में सच्चिदानंद शुक्ल, अनिल श्रीवास्तव, एसके श्रीवास्तव, प्रदीप दुबे, बृजेश त्रिपाठी, शंभू शरण श्रीवास्तव, बैजनाथ गुप्त, टीके चंद, कुलदीप श्रीवास्तव, उदय प्रताप सिंह, रामवचन, विनोद श्रीवास्तव, पीके तिवारी आदि मौजूद थे।
आज से कर्मचारी करेंगे काम
कर्मचारी नेता बृजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि कर्मचारियों का धरना खत्म हो गया है। शुक्रवार से सभी काम पर लौट आएंगे। बताया कि बृहस्पतिवार के आंदोलन से करीब एक करोड़ रुपये की राजस्व वसूली प्रभावित हुई है।
पार्षद के घर का कनेक्शन काटा
पार्षद ने बिजली के दो कनेक्शन ले रखे थे। एक पर दो लाख और दूसरे पर 36 हजार रुपये बकाया था। विभाग ने गुरुवार को दोनों कनेक्शन काट दिए। इसके बाद पार्षद ने 36 हजार रुपये जमा कर दिए, जिसके बाद एक कनेक्शन जोड़ दिया गया।