नई दिल्ली। देश की दो दिग्गज कंपनियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर गले की फांस बन गयी है। दरअसल पेटीएम और रिलायंस जियो ने पीएम मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल अपने विज्ञापन में किया था जिस पर उनकी मुसीबतें बढ़ गयी हैं। खबरों के मुताबिक उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने इन कंपनियों से जवाब मांगा है कि क्या आपने फोटो इस्तेमाल करने से पहले अनुमति ली।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से कहा है कि वह लोगों को इस जानकारी से अवगत कराए कि राज्य चिह्न और नाम कानून 1950 के तहत जिन नामों और चिह्नों के वाणिज्यिक इस्तेमाल पर रोक है उनके लिए पहले अनुमति ली जानी चाहिए।
बता दें कि नोटबंदी के ऐलान के अगले ही दिन पेटीएम ने विज्ञापन जारी करते हुए मोदी के इस फैसले का समर्थन किया था। उसने विज्ञापन में पीएम मोदी की बड़ी सी तस्वीर लगा रखी थी। ऐसा ही कुछ नजारा मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने भी पेश किया था। उन्होने भी डिजीटल इंडिया का समर्थन करते हुए मोदी की तस्वीर विज्ञापन में इस्तेमाल की थी। जिसको लेकर विपक्षी दलों ने मोदी पर इन कंपनियों का करीबी होने का आरोप लगाया था।
इस पर ममता बनर्जी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि भारत के प्रधानमंत्री एक कंपनी के सेल्समैन की तरह काम कर रहे हैं। जिसके 40 प्रतिशत शेयर ब्लैकलिस्टेड चीनी कंपनी के पास है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पीएम मोदी पर पेटीएम को मदद पहुंचाने का आरोप लगाया था। राहुल गांधी भी इस लिस्ट में शामिल हैं।