कभी भारतीय क्रिकेट टीम के पेस अटैक की जान रहे इरफान पठान आज कल सोशल मिडिया पर अपने एक बयान के लिए छाए हुए है। इरफान पठान ने हाल ही में नागपुर में हुए एक समारोह में मीडिया से मुखातिब होते हुए एक ऐसे वाकिये का जिक्र किया जिसको सुन के आप हैरान रह जाएगें।z
8 फरवरी को नागपुर में हुए इस समारोह में पठान ने बताया कि एक बार लाहौर की एक कॉलेज छात्रा ने मुझसे सवाल किया था कि आप मुसलमान होकर भी इंडिया के लिए क्यों खेलते हो, जिसे सुनकर मैं एकदम हैरान रह गया था लेकिन मैंने जब उसके सवाल का जवाब दिया तो उसकी बोलती बंद हो गई।
इरफान ने कहा कि मैं मुसलमान होने से पहले एक भारतीय हूं और मुझे भारतीय होने का गर्व है। यह घटना आज भी मुझे बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है। हालांकि क्रिकेट कैरियर के दौरान ऐसी कई घटनाएं हुई, जिस पर मैं गर्व कर सकता हूं।
आपको बता दें कि इरफान पठान ने अपना आखरी मैच भारतीय टीम के लिए 2 अक्टूबर 2012 को टी-20 मैच में खेला था। पठान आईपीएल के 2016 के सीजन में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के सदस्य थे।
इरफान पठान ने 2003 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आगाज किया था। इरफान पठान के नाम सभी फॉर्मेट में 301 विकेट और 1800 रन दर्ज हैं। खासतौर पर पाकिस्तान के खिलाफ उनका प्रदर्शन हमेशा ही प्रभावशाली रहा।