इससे नाराज गोपाल समर्थकों ने रविवार को सगड़ी विधानसभा क्षेत्र के महुला और जीयनपुर राजनाथ और केशव प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका।
वहीं, सोमवार को गोपाल निषाद सैकड़ों समर्थकों के साथ अर्थी और कफन के साथ रोटी की माला पहने और हाथों में कटोरा लेकर जुलूस की शक्ल में नामांकन करने पहुंचे। नामांकन के बाद मीडिया कर्मियों से बात करते हुए गोपाल निषाद ने कहा कि हमारे साथ धोखा हुआ है।
सगड़ी से बसपा प्रत्याशी वंदना सिंह को जीत दिलाने के लिए उनके टिकट को काटा गया है।
लेकिन अब वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। वह जनता से एक वोट और 10 की नोट मांगकर चुनाव लड़ेंगे।
प्रत्याशियों के जुलूस में उमड़ी भीड़ से पुलिस प्रशासन की तैयारियां भी बौनी नजर आईं। हालांकि प्रत्याशियों के समर्थकों को बैरिकेडिंग के पास ही रोक दिया गया। सपा, बसपा और भाजपा के साथ ही कई क्षेत्रीय दलों और निर्दल प्रत्याशियों ने सोमवार को नामांकन किया।
नामांकन के दौरान प्रत्याशी अपने-अपने अड्डे से समर्थकों के काफिले के साथ नामांकन के लिए निकले। प्रत्याशियों का जुलूस इतना लंबा था कि जिधर से भी गुजरा उधर यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई।
पुलिस अधिकारियों की तत्परता के बाद भी कई ऐसे लोग बैरिकेडिंग पारकर कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंच गए जिनका नामांकन सेकोई संबंध नहीं था। पुलिस अधिकारियों ने मीडियाकर्मियों को भी कलेक्ट्रेट परिसर जाने से रोका।