लखनऊ महानगर के डॉ वीरेंद्र स्वरुप कॉलेज में विदाई से पहले दुल्हन परिधि शर्मा ने अपने पति ऋषभ शर्मा के साथ जाकर डाला वोट
मलीहाबाद बिरहिमपुर गांव में मतदान का बहिष्कार, गांव में लकड़ी के पुल से आते जाते हैं लोग.
लखनऊ: मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरि ने भी डाला वोट, लोगों से की मतदान की अपील.
दोपहर 3 बजे तक 51.5 फीसदी मतदान हुआ है.
यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 12 जिलों की 69 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. कई इलाकों में पोलिंग बूथ पर वोटरों की लंबी कतारें हैं. दोपहर एक बजे तक तकरीबन 40 फीसदी वोटिंग हो चुकी है. हालांकि कन्नौज और कानपुर के कुछ पोलिंग बूथ पर वोटरों ने मतदान का बहिष्कार भी किया. इस चरण में कुल 826 उम्मीदवार मैदान में हैं और करीब दो करोड़ 41 लाख मतदाता हैं. वोटिंग के लिए कुल 25 हजार 603 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इटावा सीट पर सबसे अधिक 21 प्रत्याशी मैदान में हैं जबकि बाराबंकी की हैदरगढ़ सीट पर सबसे कम तीन उम्मीदवार हैं. कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर है. हरदोई से नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल, बाराबंकी से अरविंद सिंह गोप, लखनऊ से रीता बहुगुणा जोशी, अपर्णा यादव, अभिषेक मिश्रा, अनुराग यादव,इरफान सोलंकी, सतीश महाना, गोपाल टंडन और अजय कपूर मैदान में हैं.इटावा, मैनपुरी, कन्नौज, फर्रुखाबाद, जहां तीसरे चरण में वोट डल रहे हैं, में वह बहुत लोकप्रिय हैं. बेटे अखिलेश के साथ राजनीतिक खींचतान में जो-जो हुआ वह इस क्षेत्र की जनता को बहुत रास नहीं आया है.लेकिन मुलायम के समर्थकों के पास कोई विकल्प है? यह अहम सवाल है जो नतीजों पर असर डालेगा.
याद रखिए, कन्नौज में ही पीएम मोदी ने कहा था कि अखिलेश ने उस कांग्रेस के साथ हो गए है जिसने कभी पिता मुलायम को मारने की कोशिश की थी. इटावा और कन्नौज में चाय और पान की दुकानों पर यह चर्चा का हॉट टॉपिक है. कन्नौज के एक वोटर समूह के अनुसार मुझे बताया कि अपने युवा अवस्था में वह इस बारे में नहीं जानते थे और अब 33 साल की पहले की यह घटना के बारे में जानकारी मिली है. जो उस समय जन्मे भी नहीं थे, वे भी इसकी चर्चा कर रहे हैं.
दीपक सिंह की की उम्र 30 से कुछ ऊपर की है. कहते हैं कि वह एक पारंपरिक सपा वोट हैं और चौड़ी सड़क दिखाकर सपा के काम का सबूत देते हैं. लेकिन इस बार वह सपा के लिए वोट देने के मूड में नहीं हैं. इसकी वजह यादव कुनबे का विवाद नहीं है बल्कि वह अखिलेश के राहुल गांधी से हाथ मिलाने से नाराज हैं. ‘जब काम बोलता है को एक नाकाम के साथ क्यों हाथ मिला लिया. मुझे और मेरे कुछ साथियों को ये पसंद नहीं है.’
भगवा कपड़ों में सजे एक व्यक्ति कहते हैं यह समाजवादी पार्टी का गढ़ है और वही जीतेगी. वह खुद को सपा का सपोर्टर बताते हैं. वह जोड़ते हैं कि इस इलेक्शन में ऐसे लोग कह रहे हैं कि दूसरी पार्टी (बीजेपी) को मौका दे सकते हैं. उनका तर्क है कि समाजवादियों को बहुत मौका देकर देख लिया, अब देखते हैं कि दूसरी पार्टी क्या कर सकती हैं.
यह दिखाता है कि अखिलेश की सपा के लिए रास्ता इतना आसान नहीं है.
चुनावी रैली में अखिलेश यादव का पीएम मोदी पर पलटवार. अखिलेश ने कहा कि पीएम मोदी ब्लड प्रेशर की बात कर रहे हैं…एक बार चुनाव के नतीजे आ जाएं तो बीजेपी के नेताओं को
ब्लड प्रेशर का चेकअप कराना पड़ेगा.
गोरखपुर शहर में ही अपनी स्टेशनरी की दूकान चलाने वाले बृजभूषण पांडे से जब गोरखपुर में चुनावी माहौल के बारे में सवाल किया तो पांडे ने न किसी पार्टी का नाम लिया और न ही किसी नेता का. बस एक नारे को बार-बार दोहराना शुरू कर दिया. ‘गोरखपुर में रहना है तो योगी-योगी कहना है.’
ये नारा काफी पुराना है जिसे गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के समर्थकों की तरफ से कहा जाता रहा है. लेकिन अब ये नारा केवल योगी के एक समर्थक की तरफ से ही नहीं कहा जा रहा है. गोरखपुर में ही एक रिक्शा वाले से हमने पूछा कि क्या माहौल है तो उसने भी बस योगी-योगी कहना शुरू कर दिया.
फतेहपुर में पीएम मोदी की रैली
‘ गांव में क्रबिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिये…रमजान में बिजली आती है तो दिवाली में भी बिजली आनी चाहिये. भेदभाव नहीं होना चाहिये’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का पीएम मोदी पर निशाना. कहा – ‘ चुनाव के बाद मोदी जी दिल्ली जाएंगे और 2019 तक उनके मुंह से उत्तर प्रदेश शब्द नहीं निकलेगा
3.00 बजे तक करीब 53 फीसदी मतदान
औरैया: 51.72%
कन्नौज: 54.00%
बाराबंकी: 60.00%
उन्नाव: 50.5%
सीतापुर: 56.2%
फर्रुखाबाद: 51.00%
हरदोई: 55.56%
कानपुर देहात: 56.39%
कानपुर नगर: 51.00%
लखनऊ: 50.01%
मैनपुरी: 50.35%
इटावा: 51.5%
लखनऊ महानगर के डॉ वीरेंद्र स्वरुप कॉलेज में विदाई से पहले दुल्हन परिधि शर्मा ने अपने पति ऋषभ शर्मा के साथ जाकर डाला वोट
मलीहाबाद बिरहिमपुर गांव में मतदान का बहिष्कार, गांव में लकड़ी के पुल से आते जाते हैं लोग.
लखनऊ: मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरि ने भी डाला वोट, लोगों से की मतदान की अपील.
दोपहर 3 बजे तक 51.5 फीसदी मतदान हुआ है.
याद रखिए, कन्नौज में ही पीएम मोदी ने कहा था कि अखिलेश ने उस कांग्रेस के साथ हो गए है जिसने कभी पिता मुलायम को मारने की कोशिश की थी. इटावा और कन्नौज में चाय और पान की दुकानों पर यह चर्चा का हॉट टॉपिक है. कन्नौज के एक वोटर समूह के अनुसार मुझे बताया कि अपने युवा अवस्था में वह इस बारे में नहीं जानते थे और अब 33 साल की पहले की यह घटना के बारे में जानकारी मिली है. जो उस समय जन्मे भी नहीं थे, वे भी इसकी चर्चा कर रहे हैं.
दीपक सिंह की की उम्र 30 से कुछ ऊपर की है. कहते हैं कि वह एक पारंपरिक सपा वोट हैं और चौड़ी सड़क दिखाकर सपा के काम का सबूत देते हैं. लेकिन इस बार वह सपा के लिए वोट देने के मूड में नहीं हैं. इसकी वजह यादव कुनबे का विवाद नहीं है बल्कि वह अखिलेश के राहुल गांधी से हाथ मिलाने से नाराज हैं. ‘जब काम बोलता है को एक नाकाम के साथ क्यों हाथ मिला लिया. मुझे और मेरे कुछ साथियों को ये पसंद नहीं है.’
भगवा कपड़ों में सजे एक व्यक्ति कहते हैं यह समाजवादी पार्टी का गढ़ है और वही जीतेगी. वह खुद को सपा का सपोर्टर बताते हैं. वह जोड़ते हैं कि इस इलेक्शन में ऐसे लोग कह रहे हैं कि दूसरी पार्टी (बीजेपी) को मौका दे सकते हैं. उनका तर्क है कि समाजवादियों को बहुत मौका देकर देख लिया, अब देखते हैं कि दूसरी पार्टी क्या कर सकती हैं.
यह दिखाता है कि अखिलेश की सपा के लिए रास्ता इतना आसान नहीं है.
चुनावी रैली में अखिलेश यादव का पीएम मोदी पर पलटवार. अखिलेश ने कहा कि पीएम मोदी ब्लड प्रेशर की बात कर रहे हैं…एक बार चुनाव के नतीजे आ जाएं तो बीजेपी के नेताओं को
ब्लड प्रेशर का चेकअप कराना पड़ेगा.
गोरखपुर शहर में ही अपनी स्टेशनरी की दूकान चलाने वाले बृजभूषण पांडे से जब गोरखपुर में चुनावी माहौल के बारे में सवाल किया तो पांडे ने न किसी पार्टी का नाम लिया और न ही किसी नेता का. बस एक नारे को बार-बार दोहराना शुरू कर दिया. ‘गोरखपुर में रहना है तो योगी-योगी कहना है.’
ये नारा काफी पुराना है जिसे गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के समर्थकों की तरफ से कहा जाता रहा है. लेकिन अब ये नारा केवल योगी के एक समर्थक की तरफ से ही नहीं कहा जा रहा है. गोरखपुर में ही एक रिक्शा वाले से हमने पूछा कि क्या माहौल है तो उसने भी बस योगी-योगी कहना शुरू कर दिया.
फतेहपुर में पीएम मोदी की रैली
‘ गांव में क्रबिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिये…रमजान में बिजली आती है तो दिवाली में भी बिजली आनी चाहिये. भेदभाव नहीं होना चाहिये’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का पीएम मोदी पर निशाना. कहा – ‘ चुनाव के बाद मोदी जी दिल्ली जाएंगे और 2019 तक उनके मुंह से उत्तर प्रदेश शब्द नहीं निकलेगा
‘