बलिया जनपद को देवरिया के रास्ते गोरखपुर व नेपाल से जोड़ने को घाघरा नदी पर बना विशाल ओवरब्रीज अपने महज 16 वर्ष के सफर में लगातार दूसरी बार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। आलम है कि महज 1.185 किलोमीटर लंबे पुल में कुल 26 बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं और पुल के कई स्थानों पुल 6 से 8 इंच तक गहरे गड्ढे में तब्दील हो गया है। पुल पर बनी सड़क की हर ज्वाइंट पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है जो छोटे वाहनों के दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। बड़े ओवर लोडेड वाहन के दबाव में लगातार पुल का क्षतिग्रस्त हिस्सा और भी बद से बदतर होता जा रहा है। इससे उक्त पुल पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है और बलिया का इस रास्ते देवरिया, गोरखपुर समेत पड़ोसी देश नेपाल से सीधा संपर्क पूरी तरह से टूट सकता है। इसे लेकर चुनाव में व्यस्त विभागीय अमला व उच्चाधिकारी पूरी तरह बेखबर बने हुए हैं। बलिया जनपद को देवरिया, गोरखपुर के रास्ते सीधे नेपाल को जोड़ने वाला उक्त तुर्तीपार-भागलपुर पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसका निर्माण बलिया-सोनौली मुख्य मार्ग पर जिले को सीधे देवरिया के रास्ते गोरखपुर होते हुए नौतनवां नेपाल तक जोड़ने के लिए किया गया था। लगभग 2819.44 लाख की लागत से निर्मित 1185 मीटर लंबा उक्त पुल करीब 13 वर्ष में बनकर तैयार हुआ था। इसका उद्घाटन 26 दिसंबर 2001 को बतौर तत्कालीन सीएम राजनाथसिंह ने किया था। यह विभागीय उदासीनता के कारण आज रखरखाव के अभाव में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और कभी भी इस पर वाहनों का आवागमन ठप हो सकता है।