– रक्तदान को लेकर सबसे बड़ा भ्रम लोगों के मन में ये है कि उनके शरीर में खून की कमी हो जाएगी। लेकिन बता दें कि खून देने के 48 घंटे बाद ही रक्त की क्षतिपूर्ति हो जाती है। अगर आप हट्टे-कट्टे हैं तो तीन महीने में एक बार आराम से रक्तदान कर सकते हैं।
– अगर कोई एड्स से ग्रस्त है तो उस व्यक्ति को रक्तदान भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
– लोग सोचते हैं कि रक्तदान करने से कमजोरी आ जाती है और सेहत को नुकसान पहुंचता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। इसकी सच्चाई ये हैं कि ये दिल की बीमारियों की संभावना कम करता है और शरीर में फालतू आयरन जमने से रोकता है।
– कैंसर के मरीजों को रक्तदान नहीं करना चाहिए।
– कुछ लोग इस वजह से रक्तदान नहीं कर पाते क्योंकि वह सोचते हैं कि ऐसा करने से दर्द होगा। लेकिन इसमें बस सुई चुभने का एहसास होता है, इससे ज्यादा कुछ नहीं।
– अगर आपने टैटू या कोई कॉस्मेटिक सर्जरी करवाई है तो रक्तदान करने के लिए कम से कम चार महीने तक इंतजार करना होगा।
– कई लोगों को लगता है कि रक्तदान के अगले दिन आराम करना जरूरी है। लेकिन बता दें कि रक्तदान करने के बाद आप सामान्य रूप से अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं। लेकिन आपको दिन में खूब पानी पीना होगा और शराब तथा धूम्रपान से दूर रहना होगा। साथ ही लॉन्ग ड्राइव और तेज धूप में जाने से परहेज करें।
– प्रेग्नेंट महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकती हैं। साथ ही 17 साल से कम उम्र के लोग रक्तदान नहीं कर सकते।
– उम्रदराज होने पर लोग सोचते हैं कि अब वह रक्तदान नहीं कर पाएंगे। लेकिन इसके लिए डॉक्टर आपके कुछ मेडिकल टेस्ट करते हैं और अगर रिपोर्ट्स सामान्य आए तो आप रक्तदान कर सकते हैं।
– अगर पिछले 12 महीने में हेपेटाइटिस या पीलिया से ग्रस्त हुए हैं तो भी आप रक्तदान नहीं कर सकते।