रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई एक जानकारी में बताया गया है कि पीपल्स आर्म्ड पुलिस (PAP), सैन्य हेलिकॉप्टर्स और कम से कम 10 नागरिक विमानों की सहायता से सैनिकों और पुलिसकर्मियों को शिनजांग प्रांत पहुंचाया गया। भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से यह पूरा क्षेत्र काफी दुर्गम है। रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि अब तेज रफ्तार वाले हथियारबंद हेलिकॉप्टर्स की मदद से इस पूरे प्रांत के ऊपर निगरानी रखी जाएगी। यह पट्रोलिंग किस तरह की होगी, इस बारे में वेबसाइट पर कुछ नहीं बताया गया है।
गौरतलब है कि आंतकवादी संगठन IS से जुड़े चीन के उइगर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले आतंकियों ने घर लौटकर ‘खून की नदियां’ बहाने की धमकी दी है। IS ने पश्चिमी इराक में एक आधे घंटे का विडियो जारी किया है, जिसमें चीन के अल्पसंख्यक उइगर समुदाय के आतंकियों को दिखाया गया है। अमेरिका स्थित SITE इंटेलिजेंस ग्रुप ने इस विडियो का विश्लेषण किया है। यह पहला मौका है जब IS की धमकी में चीन टारगेट पर है।
चीन कई सालों से निर्वासित उइगर ‘अलगाववादियों’ पर पश्चिमी शिनजांग क्षेत्र में सिलसिलेवार हिंसक हमले का आरोप लगाता रहा है। शिनजांग प्रांत उइगर समुदाय का होमलैंड है। चीन यह आशंका भी जताता रहा है कि उइगर उग्रवादियों के तार वैश्विक जेहादी संगठनों से जुड़े हो सकते हैं। विडियो में उइगर लड़ाकों ने एक कथित जासूस को मारने से ठीक पहले चीन को धमकी देते नजर आ रहे हैं।