ऐसे किया अमर उजाला ने खुलासा
पेपर बेचने वाले गिरोह से अमर उजाला ने पहले एक सोशल साइट पर संपर्क किया गया। प्रश्नपत्र बेचने वाले एक व्यक्ति से कक्षा 9वीं व 11वीं के प्रश्नपत्र खरीदने के बारे में बात की। इस व्यक्ति ने फोन नंबर दे कर बात करने को कहा। जिसके बाद फोन व वाट्सएप के जरिये उक्त व्यक्ति से संपर्क किया गया तो उसने कहा कि हमारे पास कक्षा 11वीं व 9वीं के सभी प्रश्नपत्र उपलब्ध हैं।
इस तरह से होती है प्रश्नपत्र बेचने की डील
प्रश्नपत्र बेचने वाले इस गिरोह द्वारा सोशल साइट पर प्रश्नपत्र बेचने का प्रचार किया जाता है। इसके बाद जब स्कूलों के बच्चे व अन्य लोग प्रश्नपत्र खरीदने के लिए इनसे संपर्क करते हैं तो व्हाट्स एप या फोन के जरिये संपर्क में रहने को कहा जाता है। एक बार रेट फाइनल होने पर इस गिरोह के सदस्य पैसे लेकर प्रश्नपत्र व्हाट्स एप कर दिए जाते हैं।
कक्षा 9वीं व 11वीं के प्रश्नपत्र शुरुआत से ही हुए लीक
25 फरवरी से आरंभ हुई कक्षा 9वीं व 11वीं के प्रश्नपत्र इसी वजह से शुरुआत से ही लीक हो रहे हैं। कक्षा 11वीं के अंग्रेजी व हिंदी दोनों ही माध्यम के पेपर लीक हुए थे। कक्षा 9वीं का अंग्रेजी विषय का पेपर भी लीक हुआ था। कक्षा 9वीं के पेपर रद्द किए जा चुके हैं। कक्षा 11वीं के प्रश्नपत्र अभी भी आयोजित किए जा रहे हैं।
अगर इस प्रकार का गिरोह सक्रिय है तो उक्त मामले की पुलिस की ओर से जांच की जानी चाहिए। हमारे संज्ञान में अभी ऐसा कोई मामला नहीं आया है।
– संगीता बिश्नोई, उप जिला शिक्षा अधिकारी, हिसार
पेपर लीक करने या बेचने पर आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज होगा। जिसमें दोषी को दो साल की कैद के अलावा एक लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
– लाल बहादुर खोवाल, एडवोकेट, हिसार
इस तरह का मामला जानकारी में नहीं आया। किसी के पास ऐसी सूचना हो तो पुलिस को शिकायत दें। आरोपी पर नियम अनुसार कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
– डीसी, निखिल गजराज, हिसार
हमारे पास सोशल मीडिया पर पेपर बिकने संबंधी अभी कोई शिकायत नहीं आई है। यदि ऐसा है तो साइबर सेल की टीम को मामले की जांच करने के आदेश दिए जाएंगे। यदि ऐसा है तो दोषी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
– राजेंद्र कुमार मीणा, एसपी हिसार