यूपी एटीएस ने संदिग्ध आतंकी सैफुल्लह को मंगलवार की रात लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके स्थित एक मकान में घेरकर मार गिराया। तकरीबन 11 घंटे तक एनकाउंटर ऑपरेशन चला। आतंकी सैफुल्लाह ने भी कई गोलियां दागी लेकिन वह नाकाम रहा।
सैफुल्लाह के शव को ले जाते हुए पुलिसकर्मी
आतंकी सरेंडर कर दे,इसके लिए पुलिस ने अपील के साथ टियर गैस और मिर्ची बम का भी इस्तेमाल किया, लेकिन वह बाहर नहीं निकला। पुलिस ने 11 घंटे तक यह ऑपरेशन चलाया। एटीएस टीम की जवाबी कार्रवाई में सैफुल्ला मारा गया।
ऑपरेशन के बाद उसके शव के एक सफेद कपड़े में रैप कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटनास्थल पर मौजूद मीडियाकर्मी उस वक्त यह जान नहीं पाए कि घटना के बाद सैफुल्ला का शव किस हाल में मिला। बुधवार देर शाम इसका खुलासा हुआ। पोस्टमॉर्टम में पता चला है कि उसके शरीर में 12 गोलियां लगी थी।
लखनऊ में सैफुल्ला को पकड़ने के लिए एटीएस ने ऐसे चलाया था ऑपरेशन
सैफुल्ला का शव मोर्चरी में बुधवार सुबह 9 बजे लाया गया लेकिन पोस्टमार्टम शाम 5 बजे शुरू किया गया। ऑफ द रिकॉर्ड एक डॉक्टर ने बताया कि पंचनामे में देरी से सैफुल्लाह का पोस्टमार्टम हुआ।
…तो ऐसे हुई सैफुल्लाह की मौत
बताया जाता है कि 3 डॉक्टरों के पैनल ने सैफुल्ला के शव का पोस्टमॉर्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। सैफुल्ला के शरीर पर गोलियों के कुल 12 घाव मिले हैं। 4 गोलियां सैफुल्ला की छाती को चीरती हुई पार निकल गई।
दोपहर में सैफुल्ला के घर को घेरे हुए एटीएस टीम
बाकी की 8 गोलियां गर्दन से नीचे, हाथ-पैर के कई हिस्सों में लगी हुई मिली। उसे जहां गोली लगी वहां की हड्डियां टूटी पाई गई हैॆ। हालांकि, गोली किस वैपन से चलाई गई है, इसका रिपोर्ट में कोई जिक्र नहीं किया गया है। पोस्टमॉर्टम में शरीर में राईगर मार्टिज (अकड़न) का समय 24 घंटे पहले का बताया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, सैफुल्लाह की मौत शाम करीब 5 से 10 बजे के बीच हुई होगी।
सैफुल्लाह के घर के बाहर एटीएस टीम
रात करीब 2:30 बजे उसे मार गिराया। इसके बाद में घर की तलाशी ली गई। उसकी बॉडी एक स्टोर रूम में पाई गई। घायल होने के बाद सैफुल्ला ने अपने आपको स्टोर रूम में कैद कर लिया था।
स्टोर रूम में जाकर सैफुल्ला ने दम तोड़ा
ऐसा भी माना जा रहा है कि उसने यह कदम छिपने के इरादे से उठाया होगा। साथ ही साथ सैफुल्ला के पास से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और कारतूस बरामद हुए।