महाराष्ट्र के डॉक्टरों के समर्थन में शुक्रवार को दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर भी हड़ताल पर रहेंगे. हालांकि, हड़ताल में सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर शामिल नहीं है यानी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर शुक्रवार को काम पर आएंगे और रोजाना की तरह मरीजों का इलाज करेंगे.लेकिन, दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के तहत आने वाले सभी प्राइवेट अस्पतालों में शुक्रवार को ओपीडी बंद रहेगी. दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन की घोषणा के बाद शुक्रवार को प्राइवेट हॉस्पीटल्स के डॉक्टर छुट्टी पर रहेंगे. इस हड़ताल का असर पैथेलॉजी सेवा पर भी पड़ेगा.
जागरूकता मार्च निकालेगी डीएमसी
साथ ही दिल्ली मेडिकल कॉउंसिल (डीएमसी) ने जागरूकता मार्च निकालने का भी ऐलान किया है. डीएमसी मेंबर अनिल गोयल (आईएमए जॉइंट सेक्रेट्री) का कहना है कि देश भर में मेडिकल प्रोफेसनल पर लगातार हमला हो रहा हैं. ये हमला इस प्रोफेसनल के साथ रेप के बराबर है. अगर सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले वक्त में इस प्रोफेसनल में आने से लोग डरेंगे.
महाराष्ट्र: 5वें दिन भी हड़ताल पर डॉक्टर
उधर, बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश और फडणवीस सरकार के आश्वासन के बावजूद भी महाराष्ट्र में रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल 5वें दिन भी जारी है. गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने हड़ताली डॉक्टरों को तुरंत काम पर लौटने के साथ ही राज्य सरकार से उन्हें पूरी सुरक्षा मुहैया कराने को कहा था.
कोर्ट ने कहा कि एक मरीज के साथ अधिकतम दो ही लोग अस्पताल आ सकते हैं. कोर्ट अब इस मामले में 15 दिन बाद सुनवाई करेगा, लेकिन रेजीडेंट डॉक्टरों को राज्य सरकार पर भरोसा नहीं है. वे अपनी सुरक्षा के लिए सरकार से लिखित आश्वासन चाहते हैं. यही वजह है कि कोर्ट के आदेश, सीएम के साथ बैठक और आश्वासन के बाद भी हड़ताली डॉक्टर काम पर नहीं लौटे हैं. शुक्रवार को भी 1 बजे फिर एक बार सीएम फडणवीस के साथ रेजीडेंट डॉक्टरों की बैठक हो सकती है.
क्या है मामला
हाल ही में महाराष्ट्र में डॉक्टरों पर हमले की 4 बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं. मरीजों के रिश्तेदारों के हमलों की बढ़ती घटनाओं के विरोध में महाराष्ट्र के 17 सरकारी अस्पतालों के करीब 4 हजार रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं, जिसकी वजह से यहां लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.