हालांकि शिअद के विधायक पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल व पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल सदन से अनुपस्थित रहे। एक ओर तो सदन में विधायकों को बारी–बारी से शपथ दिलाई जा रही थी, वहीं अपनी-अपनी पार्टी के सदस्यों के साथ सदन में बैठे नेताओं के बीच बातचीत के दौर भी चलते रहे।
इस दौरान, स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर मीडिया की नजर भी बनी रही, क्योंकि सदन में भी सिद्धू अपने चिरपरिचित अंदाज में ही दिखाई दे रहे थे। सदन में ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा और नवजोत सिद्धू के बीच कुछ बातचीत चल रही थी कि सिद्धू एकाएक जोर से ठहाका लगाकर हंसे। उनका यह ठहाका बिल्कुल वैसा ही था जैसा वे ‘द कपिल शर्मा शो’ लगाया करते हैं।
सिद्धू का यह ठहाका पूरे सदन में गूंजा जबकि प्रोटेम स्पीकर उस समय एक विधायक को शपथ दिलाने में मसरूफ थे। सिद्धू ने जब देखा कि सदन में सब उनकी ही ओर देख रहे हैं तो उन्हें तुरंत आभास हुआ कि वे टीवी शो में नहीं, सदन में हैं। इससे वे कुछ झेंप से गए।
वीरवार को सदन की कार्यवाई के दौरान एक समय मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसी कार्यवश उठकर बाहर चले गए। इस बीच उनके नजदीक कुर्सियों पर बैठे नेताओं से मिलने पहुंचे नवजोत सिद्धू जगह खाली देख, सीएम की कुर्सी पर ही बैठ गए। गौरतलब है कि नियमानुसार सदन के नेता की कुर्सी पर कोई भी अन्य सदस्य नहीं बैठ सकता। सिद्धू शायद इस बात से अनजान थे। उन्हें उनकी गलती का एहसास कराया गया तो वे फौरन उठ गए। इस घटना को लेकर बाद में पत्रकारों ने सिद्धू से सीएम की कुर्सी पर बैठने का कारण जानना चाहा, लेकिन सिद्धू ने इस मामले पर चुप्पी साधे रखी।
कैप्टन की गैर मौजूदगी में संभाली कमान :
सदन में कांग्रेस के जिस विधायक को शपथ के लिए बुलाया जाता, वह अपनी सीट पर लौटते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह का अभिवादन अवश्य कर रहे थे। दोपहर 3.22 बजे कैप्टन किसी कारण सदन से बाहर चले गए। उनके साथ बैठे ब्रह्म मोहिंद्रा भी कैप्टन से कुछ समय पहले ही सदन से बाहर गए थे। ऐसे में नवजोत सिद्धू ने कमान संभाली। वैसे भी सीनियोरिटी के हिसाब से वह तीसरे स्थान पर हैं। शपथ हासिल करने के बाद अपनी सीटों पर लौट रहे कांग्रेस विधायकों ने कैप्टन की अनुपस्थिति में सिद्धू का अभिवादन किया।
सारी गैलरी रहीं फुल :
विधानसभा सत्र के पहले दिन सभी गैलरी फुल रहीं। विधायकों ने शपथ लेनी थीं। बड़ी संख्या में विधायक ऐसे थे, जोकि पहली बार सदन में पहुंचे थे। इसलिए उनके परिजन भी विधानसभा आए थे, जिस कारण सारी गैलरी भर गईं। स्पीकर की कुर्सी के बाईं तरफ स्थित गेस्ट गैलरी में तो बड़ी संख्या में लोगों ने खड़े होकर शपथ ग्रहण देखा।