लखनऊ : सेना की 9.64 एकड़ भूमि की परमिशन नही मिलने के कारण 8 वर्षो से जनता की टैक्स से बनने वाली खुर्रमनगर से गोमती नगर को जोड़ने वाली फ़्लाइओभर आधा बनकर निर्माण के लिए आधे रास्ते में अटकी हुई है . बीजेपी की यूपी में सरकार बनने से अब लखनऊ की जनता को बहुप्रतिछित राह बनने में अब और देर नही होगी . इस फ़्लाइओभर बनने में रोड़ा सेना का एनओसी नही मिलना बना हुआ है .इसके बनने से फैजाबाद रिंग रोड,खुर्रमनगर चौराहा,इनर फ़ैजाबाद रोड और बादशाह नगर रेलवे क्रासिंग पार करते हुए गोमती नगर की दूरी 5.20 किमी रह जाएगी जिसे बिना ट्रैफिक 15मिनट में तय किया जा सकता है . इस राह को पिडब्लूडी और रेलवेओभर ब्रिज और फ़्लाइओभर बनाने का कार्य यूपी ब्रिज कारपोरेशन द्वारा निर्माण किया जा रहा है जिसको निर्माण का समय सीमा २००९ तय थी लेकिन सेना की भूमि ने इसके निर्माण में बाधा बना .
इसके निर्माण में १३००मीटर लम्बा सड़क ,330 मीटर फ्लाईओभर और रेलवे ब्रिज बनना था लेकिन सेना की भूमि होने के कारण निर्माण कार्य सेना द्वारा रोक लागा di गई थी डिफेन्स मिनिस्टर मनोहर परिकर ने सेना से हो रही रुकावट को दूर करने की बात खी थी . डिफेन्स मिनिस्र के हस्तछेप के बाद निर्माण कार्य अखिलेश सरकार की पहल पर निर्माण कार्य ब्रिज कारपोरेशन ने शुरू किया था लेकिन बीच में सेना ने दोबारा किसी कारणवश रोक लगा di थी .