इस्लाम प्रचारक जाकिर नाइक के सहयोगी और करीबी आमिर अब्दुल मन्नान गजदार को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया है। गाजदार को नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के मनी लॉन्ड्रिंग के तहत गिरफ्तार किया गया है। गाजदार ने नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को दिए बयान में कहा कि नाइक ने मैनेजर असलम कुरैशी ने अगस्त से अक्तूबर के बीच उन्हें 149 करोड़ रुपये सुरक्षित रखने के लिए दिए।
एनआईए को दिए बयान के अनुसार, नाइक छोटी कंपनियों और ट्रस्ट के बड़ा पैसा बनाते थे और उसके इंटरनेट के जरिए भेजा करते थे। गाजदार नाइक के करीबी बने और फिर उन्हें भी उनके और उनकी पत्नी फरहात के नाम पर बड़ी रकम दी जाने लगी। साथ ही नाइक की बहन नियाला ने बताया कि उन्हें 2013-14 से लेकर 2016-17 की बीच 29 करोड़ रुपए का लोन दिया गया।
गाजदार ने कहा कि वो नियमित तौर पर ब्लैंक चेक साइन किया करते थे। इसके अलावा नाइक की कंपनियों का आयकर भी भरा करते थे। नाइक उन्ही के पास अपनी कैश जमा कराया करते थे। इस दौरान उन्होंने 41.5 लाख रुपये का लोन लॉन्गलास्ट और 2.35 करोड़ रुपये का लोन हार्मनी मीडिया को दिया था। साथ ही मार्बल फैक्ट्री लगाने के लिए नाइक के माता-पिता और पत्नी ने उन्हें 8.35 करोड़ रुपये का कर्ज दिया।
हालांकि, गाजदार ने बताया कि यह फैक्ट्री कभी शुरू ही नहीं हुई। नियाला ने भी नियमित रूप से ब्लैंक चेक साइन करने की बात कबूली।