देश की राजधानी के तुगलकाबाद कंटेनर डिपो में एक कंटेनर में गैस रिसाव से हड़कंप मच गया। गैस रिसाव के चलते डिपो के पास नजदीक के रानी झांसी सर्वोदय विद्यालय की बीमार 300 छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आस-पास के लोगों ने आंखों में जलन की शिकायत की है।
बताया जा रहा है कि कंटेनर में रखे गए इस रसायन को चीन से आयात किया गया था और इसे हरियाणा के सोनीपत ले जाना था।
मौके पर एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, पुलिस और CATS की टीम मौजूद है। दिल्ली फायर ब्रिगेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुबह
करीब सात बजकर 35 मिनट पर गैस रिसाव से संबंधित खबर मिली थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
इस मामले में 10 से अधिक मरीज के एम्स के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे है।
दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सीसोदिया ने कहा कि गैस रिसाव की वजह से 110 छात्राओं ने आंखों में जलन की शिकायत की थी। उन्हें पास के तीन बड़े अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया है। मेरी छात्राओं और डॉक्टर्स से बात हुई है, सबकी हालात सामान्य है । कंटेनर डिपो से गैस लीक होने के मामले की जांच के लिए डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को कहा है। वहीं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने आज केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे सरकारी अस्पतालों को गैस रिसाव पीड़ितों की मदद करने को तैयार रहने का निर्देश दिया है।
तुगलकाबाद के जिस कंटेनर डिपो में गैस का रिसाव हुआ है उसका शहर से बाहर करने की लम्बे समय से मांग की जा रही है। डिपो के आसपास रानी झांसी स्कूल के अलावा 6 प्राथमिक विद्यालय है। डिपो के अंदर वीपी कैम्प में 15 हज़ार लोग रहते है।
प्राप्त जानकारी की अनुसार क्लोरोमिथिने पैरेडिने गैस का लंबे समय तक रिसाव आंखों में चुभन और जलन की वजह बन सकता है। इस बावत पर्यावरण सुरक्षा के लिए काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था के डॉ पीयूष माहपात्रा ने बताया की गैस के संपर्क में आने से सांस सम्बन्धी परेशानी भी हो सकती है। हालांकि रिसाव के असर का पता अभी नहीं लगेगा, इसलिए बच्चो का लम्बे समय तक स्वास्थय परीक्षण किया जायेगा। हमदर्द मज़ीदिया अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार बच्चो को प्राथमिक जांच के बाद घर भेज दिया गया है, कुछ छात्राओं की त्वचा में चक्कते पड़े हुए देखे गए।
बता दें कि जब यह घटना हुई तब कक्षाएं चल रही थीं और बच्चों ने सांस लेने में दिक्कत की बात कही। स्कूल की वाइस प्रिंसिपल ने कहा कि गैस लीक होने की वजह से कुछ बच्चों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। पुलिस के अनुसार सभी छात्राओं की हालत खतरे से बाहर है।
फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने कहा, ‘कंटेनर से गैस लीक हुआ है। अगर केमिलकल होता तो इतनी जल्दी दूर तक नहीं पहुंच पाता।’ उन्होंने बताया, जिस ट्रक में ये ड्रम रखा था उसको लेकर ड्राइवर फरार हो गया है। उसकी तलाश की जा रही है।