लुओ ने साफ कर दिया है कि चीन, भारत को लेकर गंभीर है और कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ नहीं है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक चीन ने साफ कर दिया है कि वो भारत-पाक के कश्मीर और आतंकी मुद्दों के बीच में नहीं आना चाहता।
दरअस, इससे पहले चीन पर ये आरोप लगाए जा रहे थे कि आर्थिक गलियारे का ऐसा नाम रखकर वो पाक की आतंकी गतिविधियों को समर्थन कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यही कारण है कि चीन ने नाम बदलकर बता दिया है कि वो पाकिस्तान की किसी आतंकी गतिविधियों में उसके साथ नहीं है।
इस बीच कश्मीर पर अपने रुख को लेकर लुओ ने चीनी मीडिया की अफवाहों को खारिज कर दिया। बताया जा रहा था कि सीपीईसी की वजह से इस क्षेत्र में अपने बढ़ते हितों के बाद चीन, कश्मीर पर अपना रुख बदल सकता है। इस पर लुओ ने कहा कि हमने अपना कोई रुख नहीं बदला है। उन्होंने कहा कि चीन किसी का पक्ष नहीं लेता, हां पर दोनों देशों में ये मामला सुलझ जाए इसकी उम्मीद जरूर करता है।