इंफोसिस के प्रवक्ता का इस बाबत बयान आया है कि कंपनी के अंदर वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन चल रहा है। कंपनी के लिए व्यापारिक उद्देश्यों और अन्य रणनीतिक प्राथमिकताओं वाले लक्ष्यों के लिए हर साल ये आकलन किया जाता है। जिन लोगों का लगातार खराब प्रदर्शन होगा उन पर कार्रवाई की जा सकती है। हालांकि ये फीडबैक मिलने के बाद ही किया जाएगा। हर अप्रेजल चक्र में ये संख्या घट-बढ़ सकती है।
ये बयान उस समय आ रहा है जब कॉग्निजेंट और विप्रो जैसी कंपनियों से कर्मचारियों को निकालने की संभावना बन रही है। पिछले हफ्ते अमेरिका स्थित कॉग्निजेंट में निदेशक, सहयोगी उपाध्यक्ष और वरिष्ठ उपाध्यक्षों को 6-9 महीने का वेतन देकर निकाला गया था।
विप्रो भी अपने 600 कर्मचारियों को वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन के तहत नौकरी से हटा सकता है। ये भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि निकाले जाने वाले कर्मचारियों की संख्या 2000 के बराबर भी हो सकती है।
आईटी कंपनियां देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक हैं। हालांकि उन्होंने पहले ही चेतावनी दी थी कि नए बिजनेस मॉडल की वजह से आने वाले साल में कर्मचारियों की हाइरिंग में कमी आ सकती है।