मंगलवार को दिल्ली के जंतर मंतर से लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के ऑफिस तक भारतीय जनता पार्टी और शिव सेना प्रदर्शन किया.केरल में सरे आम सड़क पर युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा बैल का वध करना अब एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है. हालाकिं कांग्रेस आला कमान ने इस सम्बन्ध में पांच कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया है मगर घटना के विरोध में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है.
विरोध प्रदर्शनों के बीच केरल प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष डीन कुरियाकोस का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा ‘पशुओं के प्रति क्रूरता की रोकथाम (पशुधन बाजार का विनियमन) नियम – 1960’ में बदलाव का विरोध होना चाहिए मगर जिस तरह से कन्नूर ज़िले में एक बैल का सरेआम बीच सड़क पर वध किया गया उससे पार्टी का आलाकमान नाराज़ है.
उनका कहना था कि इसलिए पार्टी ने पांच कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया है. डीन कुरियाकोस यह भी कहना था कि उनकी पार्टी पूरे मामले की जांच भी कर रही है ताकि पता चल सके कि कन्नूर में हुई घटना में कौन कौन शामिल थे.
इस बीच कन्नूर की घटना और ‘पशुओं के प्रति क्रूरता की रोकथाम (पशुधन बाजार का विनियमन) नियम – 1960’ में किये गए संशोधन को लेकर दक्षिण भारत में भी बीफ पर राजनीति गरमा गयी है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का कहना है कि उनकी सरकार अपने राज्य में केंद्र सरकार के संशोधित अध्यादेश को लागू नहीं करेगी. ऐसा ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी कहना है.
राजनीतिक दलों का आरोप है कि ‘बीफ’ की आड़ में भारतीय जनता पार्टी समाज में फूट डालने की कोशिश कर रही है. उनका आरोप है कि ‘बीफ’ के सहारे ही भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारत में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश में है.