ईसाई समाज की ओर से घरों में प्रभु यीशु के जन्म के स्थान गौशाला (चरनी) को झांकियों के रूप में दिखाने का प्रयास किया जा रहा है।सेंट फ्रांसिस कॉलेज में बिजली की झालरों और स्टार के माध्यम से झांकी बनाने का कार्य शुरू हो गया है।
इसके अलावा आलमबाग, कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी, इंदिरानगर, चांदगंज व गोमतीनगर समेत कई इलाकों में ईसाई समाज की ओर से झांकियां सजाई जाएंगी।
बच्चों की पसंद बने सेंटा क्लॉज के मुखौटेक्रिसमस के अवसर पर हजरतगंज में बिक रहे क्रिसमस ट्री व सेंटा क्लॉज की ड्रेस
ङिलमिल रोशनी से नहाए मंच और क्रिसमस ट्री पर स्कूली बच्चों ने जब आया प्रभु यीशु खुशियां लुटाने.., आया मसीह चरनी में.. के साथ ही मैरी क्रिसमस.. जैसे गीतों पर नृत्य किया तो दर्शक तालियां बजाने से खुद को रोक नहीं सके।
इसके बाद बारी थी नृत्य नाटिका की। विक्टर और नीलम के निर्देशन में ध्वनि और प्रकाश के उत्कृष्ट समायोजन के साथ बच्चों ने प्रभु यीशु की जीवनी पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन किया तो लोग स्तब्ध रह गए।
इससे पहले बिशप शैलेद्र दास ने प्रभु यीशु की प्रार्थना से संयुक्त क्रिसमस ट्री के आयोजन की शुरुआत की। संगीत दल ने तारों की रोशनी में.. और दिल से गाए हम गाते रहे हम..जैसे गीत पेशकर सभी का दिल जीत लिया।
एसेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च (एबीसी) की ओर से रवींद्रालय में सामूहिक क्रिसमस उत्सव का आयोजन किया गया। सामूहिक आयोजन में 40 चर्च के प्रतिनिधि व मिशनरी स्कूलों के बच्चे शामिल हुए।