बेटी की मौत का दर्द लिए रागिनी के माता-पिता बुधवार को एसपी कार्यालय पहुंचे। नवागत पुलिस अधीक्षक से मिलकर पूरे प्रकरण से अवगत कराते हुए आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की गुहार लगायी। एसपी ने पूरी बात इत्मिनान से सुनने के साथ ही दोनों को ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद व सुरक्षा का भरोसा दिया।
बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के मझौली गांव निवासी जितेन्द्र दूबे की पुत्री रागिनी की उसी गांव के प्रधान के पुत्र आदित्य उर्फ प्रिंस तिवारी ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी थी । घटना आठ अगस्त की सुबह करीब सात बजे उस समय हुई थी जब इंटर में पढ़ने वाली रागिनी अपनी छोटी बहन सिया के साथ घर से स्कूल जा रही थी। दोनों बहने अभी गांव की सड़क से ही गुजर रही थी तभी कुछ साथियो के साथ पहुंचे प्रिंस ने रागिनी पर चाकू से हमला करके हत्या कर दिया। हत्यारों ने सिया को भी मारने के लिये दौड़ाया, लेकिन वह पास के एक मकान में घुस गयी, जिससे उसकी जान बच गयी। छेड़खानी के विरोध में हुई इस वारदात में पुलिस ने रागिनी के पिता की तहरीर पर ग्राम प्रधान कृपाशंकर तिवारी, उसके बेटे प्रिंस, भतीजा सोनू तथा नीरज तिवारी व राजू यादव के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। प्रिंस व राजू तो पुलिस के हत्थे घटना के दिन ही रात में चढ़ गये, जबकि बाकी के तीन आरोपितों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जिस समय यह घटना हुई उस वक्त जिले की पुलिस कप्तान रही सुजाता सिंह का कुछ दिनों पहले ट्रांसफर हो गया। मंगलवार को नए एसपी अनिल कुमार ने चार्ज लिया तथा बुधवार की सुबह वह कार्यालय पहुंचे तो रागिनी के पिता जितेन्द्र दूबे व मां वंदना पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचीं। उन्होंने पूरे मामले से एसपी को अवगत कराया। एसपी से मिलकर लौटे जितेन्द्र ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी करने तथा हर सम्भव मदद का भरोसा दिया।