जयपुर। कांकाणी हिरण शिकार मामले में फिल्म अभिनेता सलमान खान को शुक्रवार रात भी जोधपुर सेंट्रल जेल में बितानी होगी । सलमान खान की जमानत याचिका पर शुक्रवार को जोधपुर जिला एवं सत्र न्यायालय (सेशन कोर्ट) में सुनवाई हुई । सुनवाई के दौरान बहस पूरी होने के बाद जज ने कहा कि फैसले में जल्दबाजी नहीं कर सकते हैं । मामला गंभीर है,साक्ष्य मजबूत है,इसलिए सभी तथ्यों पर विचार के बाद फैसला होगा ।
जज ने केस से संबंधित कुछ पत्रावलियां और अधिनस्थ न्यायालय की रिपोर्ट मंगवाई है,वे इनका भी अध्ययन करेंगे । जमानत याचिका पर सलमान की ओर से उनके वकील महेश बोड़ा और हस्तीमल सारस्वत ने बहस की वहीं लोक अभियोजक पोकराराम विश्नोई ने सरकार की तरफ से बहस की । इसके बाद जज ने सुनवाई शनिवार तक के लिए टाल दी । अब शनिवार को पहले सुनवाई होगी और फिर उसके बाद जज अपना फैसला सुनाएंगे ।
अब सब की नजरें शनिवार को होने वाली सुनवाई पर टिकी है । यदि शनिवार को सेंशन कोर्ट से सलमान खान को जमानत नहीं मिल पाती है तो,फिर उनके वकील हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर करेंगे । शनिवार को हाईकोर्ट में जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई होना मुश्किल है और इसके अगले दिन रविवार को अवकाश होने के कारण सलमान खान को दो दिन और जेल में रहना पड़ सकता है । फिर सोमवार को ही हाईकोर्ट में सुनवाई हो सकेगी । शुक्रवार को सलमान खान की जमानत याचिका पर जज रविंद्रकुमार जोशी की कोर्ट में सुनवाई हुई । सुनवाई के दौरान उनके वकील महेश बोड़ा एवं हस्तीमल सारस्वत ने सीआरपीसी की धारा 389 के तहत सजा रद्द करवाने की 31 पेज की अपील पेश की गई । इसमें 54 बिन्दुओं को आधार बनाया गया । बोड़ा और सारस्वत ने सैफ अली खान,तब्बू,सोनाली बेन्द्रे,नीलम और दुष्यंत सिंह की तरह संदेह का लाभ देते हुए बरी करने का भी आग्रह किया । वहीं लोक अभियोजक पोकराराम विश्नोई ने वन्य जीव अधिनियम की धारा 9 / 51 सहित अन्य बिन्दुओं का हवाला देते हुए सलमान को जमानत दिए जाने का विरोध किया ।
दोनों पक्षों की जमानत सुनने के बाद जज रविंद्र कुमार जोशी ने सुनवाई कल तक के लिए टाल दी । सलमान के वकीलों ने शनिवार को जमानत मिलने की उम्मीद जताई है । जोधपुर सेशन कोर्ट में शुक्रवार को 25 मामले लिस्टेड़ थे,इनमें सलमान की जमानत याचिका का 24वां नंबर था,लेकिन कोर्ट ने सबसे पहले उनके मामले की सुनवाई की । सुनवाई के दौरान कोर्ट परिसर और बाहर काफी बड़ी संख्या में सलमान खान के समर्थक और विश्नोई समाज के लोग जमा थे । विश्नोई समाज सलमान खान को सजा दिए जाने की मांग कर रहा है । भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा ।
सरकारी वकील की दलील
बिश्नोई समाज के वकील महिपाल बिश्नोई ने बताया कि क्योंकि यह मामला लंबे समय से चल रहा है। ऐसे में सरकारी वकील की तरफ से सेशंस कोर्ट में दलील दी गई कि सीजेएम कोर्ट के रिकॉर्ड भी देखने होंगे। ऐसे में जमानत को एक दिन टालने में इस दलील को अहम माना जा रहा है।
सलमान के वकील की दलील
वकीलों ने कहा कि अन्य आरोपियों की तरह सलमान खान को भी संदेह का लाभ मिलना चाहिए। इसके अलावा उनके वकील का कहना था कि इस फैसले को आने में 20 साल का समय लगा, ऐसे में उनके ये 20 साल भी सजा से कम नहीं थे। सलमान के वकीलों ने कोर्ट में पेश हुए गवाहों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वे भरोसे के लायक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सलमान के कमरे से हथियार नहीं मिले हैं, साथ ही उनकी जिप्सी को लेकर भी सवाल उठाए हैं।
गौरतलब है कि गुरुवार को जोधपुर की सीजेएम कोर्ट ने 20 साल पहले दो काले हिरणों के शिकार का दोषी पाते हुए उन्हें पांच साल की कैद और 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई।
कोर्ट में सलमान की दोनों बहनें थी मौजूद
सलमान के वकील ने भरोसा जताया था कि आज जमानत मिल जाएगी, लेकिन जमानत नहीं मिली। सेसन कोर्ट में बहस के दौरान सलमान की दोनों बहनों के साथ बॉडीगार्ड शेरा भी मौजूद था। वहीं कोर्ट के बाहर बिश्नोई समाज के लोग भी इकट्ठा हुए थे।
सलमान के वकील को धमकी
कोर्ट जाने से पहले सलमान के वकील महेश बोड़ा ने दावा किया कि उन्हें धमकी मिल रही है। बोड़ा ने आरोप लगाया है कि उन्हें धमकी भरे कॉल और मैसेज आए। इसके बावजूद वह सलमान के केस से जुड़े रहेंगे।
जेल में सलमान से मिले थे वकील
इससे पहले सुबह करीब 8.0 बजे सलमान के बॉडीगार्ड शेरा और उनके वकील आनंद देसाई जोधपुर सेंट्रल जेल पहुंचे। आनंद देसाई के पास कुछ फाइलें थी। वकील ने सलमान से कुछ बातचीत की और फाइलों पर उनके साइन लिए।
यह अलग बात है कि 1998 में जिस फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान की यह घटना है, उसमें आरोपित साथी कलाकार सैफ अली खान, तब्बू, नीलम और सोनाली बेंद्रे ‘संदेह का लाभ’ पाकर बरी हो गए। स्थानीय आरोपित दुष्यंत सिंह भी बरी हो गए।
52 वर्षीय सलमान को कैदी नंबर 106 मिला और बैरक नंबर-एक में रखा गया है। उन्हें सजा तीन साल से ज्यादा की मिली है, इसलिए जमानत के लिए अर्जी सत्र अदालत में लगाई गई, लेकिन तत्काल सुनवाई नहीं हो पाई। शुक्रवार को सुनवाई की संभावना है। जमानत मिलने तक उन्हें जेल में रहना होगा। वहीं अाज सुबह सलमान खान के वकील आनंद देसाई जेल में उनसे मुलाकात की।
चार स्तरीय सुरक्षा घेरा
सलमान को जिस बैरक नंबर दो में रखा गया है, वहां का सुरक्षा घेरा चार स्तरीय है। यहां तक किसी अन्य व्यक्ति की पहुंच नहीं होती। बताया गया है कि इस बैरक में सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण लोगों को ही रखा जाता है।
खुश नहीं दिखे बाकी सितारे
सैफ, नीलम, तब्बू व सोनाली के चेहरों पर सलमान के दोषी करार दिए जाने का अफसोस नजर आ रहा था। थोड़ी देर उन्होंने वहां ठहर सलमान को सांत्वना दी। इसके बाद वे निकल गए। बाहर निकलते समय नीलम के पति समीर सोनी ने कहा कि सलमान को दोषी करार दिए जाने को लेकर वे खुश नहीं हैं।
सलमान को धमकी देने वाले गैंगस्टर के गुर्गे भी इसी जेल में
पंजाब-हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई ने कुछ महीने पहले ही कोर्ट में पेशी के दौरान सलमान को जान से मारने की धमकी दी थी। लॉरेंस खुद तो भरतपुर जेल में है, लेकिन उसके 20 साथी जोधपुर जेल में बंद हैं। पुलिस ने जेल प्रशासन को पत्र लिख कर सलमान की सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने को कहा है।
जेल पहुंचते ही बढ़ा ब्लडप्रेशर
– सलमान को शाम को दाल और पत्ता गोभी की सब्जी दी गई। हालांकि देर शाम तक उन्होंने इसे खाया नहीं था।
– सलमान को सुबह जेल की वर्दी दी जाएगी।
– सलमान को जेल का बर्तन भी दिया गया।
– मेडिकल जांच में उनका ब्लडप्रेशर थोड़ा बढ़ा मिला था, लेकिन शाम तक हालत ठीक थी।
– उन्हें जमीन पर ही सोना पड़ा।
– सलमान के सेल में 4 या 5 अन्य कैदी भी रहेंगे।
– रिश्तेदार उनसे शुक्रवार को मुलाकात कर पाएंगे।
– शुक्रवार को नाश्ते में मीठा दलिया और चाय दी गई।
[जेल सुपरिटेंडेंट विक्रम सिंह के अनुसार]