असम के जोरहाट एयरबेस से अरुणाचल प्रदेश के लिए निकला भारतीय वायुसेना का जो विमान (एएन-32) लापता हुआ है, उसमें बलिया जिले के बैरिया के शोभाछपरा गांव निवासी वायुसैनिक सूरज सिंह भी सवार हैं। घर पर जैसे ही इसकी सूचना पहुंची, परिवार वाले परेशान हो गए। परिजन वायुसेना की यूनिट में फोनकर अपडेट लेने की कोशिश में जुटे हैं, जबकि छोटे भाई प्रिंस अपने एक रिश्तेदार के साथ जोरहाट के लिए रवाना हो गए हैं।
सूरज के पिता किसान हैं। सूरज तीन भाई हैं। दो छोटे भाई विक्रांत और प्रिंस स्नातक के छात्र हैं और एयरफोर्स में भर्ती होने की तैयारी कर रहे हैं। सूरज घर में इकलौता कमाने वाला सदस्य है। परिजनों की मानें तो सूरज 15 दिनों की छुट्टी बिताकर 25 अप्रैल को घर से जोरहाट अपने वायुसेना के यूनिट में गया था। रोज ही वह फोन से दो-तीन बार माता-पिता, भाई और पत्नी से बात करते थे लेकिन तीन दिनों से उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया है। सूरज की शादी बीते 19 फरवरी को सोनबरसा निवासी रणजीत सिंह की पुत्री शालू सिंह से हुई थी। सूरज 28 दिसंबर 2014 में भारतीय वायु सेना नें भर्ती हुए थे। पूरे परिवार को वह बहुत मानते थे। विमान लापता की खबर सुनकर उनके परिवार पर मानो दुखों का पहाड़ टूट गया है। पिता विनोद सिंह सूरज की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। विनोद सिंह ने बताया कि लापता विमान में सूरज के भी होने की बात उसकी पत्नी शालू सिंह ने बताई है।