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बलिया के रसड़ा तहसील में अठिला ग्राम सभा में प्रधानमंत्री आवास योजना में ७२ लाख के घोटाले का खुलासा

बलिया : रसड़ा ब्लॉक के ग्राम सभा अठिला में प्रधानमंत्री आवास योजना में 72 लाख का घोटाला सामने आया है। नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी की तत्परता और तल्ख तेवर से इस मामले का पर्दाफाश होने के बाद पूरे सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है।                         मामले के खुलासे के बाद आनन फानन में जांच की गयी  जिसके बाद बुधवार को ग्राम विकास अधिकारी हर्षदेव तथा ग्राम पंचायत अधिकारी विजयशंकर को गिरफ्तार कर लिया गया।एसडीएम विपिन कुमार जैन के निर्देश पर बीडीओ अशोक कुमार ने इस मामले के तीन बिचौलियों धर्मेंद्र, राजकिशोर व मोनू और अवैध रूप से धन आहरण करने के आरोपित 30 अपात्र लाभार्थियों के विरुद्ध रसड़ा कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया है। एसडीएम कोर्ट के बाहर पुलिस ने दोनों सचिवों को उस समय गिरफ्तार किया जब वह आरोपों के संबंध में एसडीएम को स्पष्टीकरण देने जा रहे थे। रसड़ा विकास खंड के अठिला गांव में रविवार को निर्माणाधीन विद्युत उपकेंद्र के निरीक्षण करने पहुंचे नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी को अठिला गांव के योगेंद्र प्रसाद, गुलाबी देवी, अरविद कुमार गुप्ता, शांति देवी, अनिल कुमार, बदामी देवी ने शिकायती पत्र देकर प्रधानमंत्री आवास में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया था। इसे गंभीरता से लेते हुए नोडल अधिकारी ने एसडीएम को इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एसडीएम की जांच में 30 आवासों में भारी पैमाने पर धांधली का मामला प्रकाश में आया। घोटाले में तीन दर्जन लोगों पर एफआइआर प्रधानमंत्री आवास योजना में लाखों का घोटाला सामने आने के बाद विभागीय कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है। पिछले दो वित्तीय वर्ष में आवास योजना में मिलीभगत कर सरकारी धनराशि की जमकर बंदरबांट की गई। इस मामले में अभी कई और लोगों पर गाज गिरने की आशंका है।                                                                                                             रसड़ा के अठिला गांव में रविवार को पहुंचे नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी को आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने पत्रक सौंपकर आवास योजना में घालमेल करने का आरोप लगाया था। इसको गंभीरता से लेते हुए नोडल अधिकारी ने एसडीएम रसड़ा को तत्काल जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया था। उस दौरान नोडल अधिकारी के तेवर और अंदाज देख ब्लाक स्तरीय अधिकारी भी सहम गए थे। उनकी बेचैनी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आदेश के दो दिन बाद ही आवास का पैसा पचाए बैठे तकरीबन तीन दर्जन लोगों के खिलाफ बुधवार को रसड़ा कोतवाली में बीडीओ अशोक कुमार ने आननफानन एफआइआर दर्ज कराया।