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स्वास्थ्य का खजाना हैं ये फल और सब्जियां, इन बीमारियों से हैं बचाती

प्रकृति ने हमें भरपूर मात्रा में फल और सब्जियां दी हैं। हमें अपने रोज के खाने में इन्हें शामिल करना चाहिए। यह हेल्दी और स्वादिष्ट होती हैं। इनमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व विटामिन, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेड होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। हरी सब्जियों और फलों को भोजन में शामिल करने पर हम कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। इनके सेवन से हमारा तनाव कम होता है।

फल और सब्जियां

फल और सब्ज़ियों में अन्य फूड के मुकाबले भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इनमें 70 से 80 प्रतिशत तक एल्कलाइन (क्षारीय जल) होता है। जो हमारे शरीर के पीएच (PH) को बैलेंस करता है। शरीर में पीएच की आइडियल मात्रा 7.3 होना चाहिए। बहुत से फलों और सब्ज़ियो में भरपूर मात्रा में बीटा कैरोटीन (एक कार्बनिक यौगिक) होता है जो हमारे इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद होता है। बीटा कैरोटीन हमारे शरीर में में विटामिन A की भरपाई करता है। इसे विटामिन A के तौर पर भी जाना जाता है। सफेद फल और सब्ज़ियों के मुकाबले लाल, नारंगी और पीली सब्जियों में बीटा कैरोटीन ज्यादा पाया जाता है। यह हमारे शरीर को कई ख़तरनाक और जानलेवा बीमारियों से बचाता है।

हरे पत्तेदार सब्जी

हरे पत्तेदार सब्ज़ियों में पालक, सरसों का साग, मेथी, मूली के पत्ते, शलजम और बंद गोभी शामिल है। इनमें कैलोरी और फैट (वसा) कम होता है। यह कोलोस्ट्रोल को कम करने, डाइबीटिज को रोकने और वजन घटाने में सहायक होती हैं। हरे पत्तेदार सब्जियों में मौज़ूद एंटी-ऑक्सीडेंट कैंसर से बचाव करता है। हरे पत्तेदार सब्जियों में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। सब्ज़ी के अलावा हम हेर पत्तेदार सब्ज़ियों का सलाद, सूप और जूस भी बना सकते हैं। पालक में भरपूर मात्रा में सोडियम होता है, जो कई शारीरिक बीमारियों से हमारी रक्षा करता है।

सेम 

सेम स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है। सेम की कई प्रजातियां होती है। जैसे की किडनी बीन्स, सोया बीन्स आदि। एक कप उबाले और पकाएं सेम में 220 से लेकर 260 तक कैलोरी होती है। सेम सफेद, हरी, लाल और पीले रंग की होती है। इसमें पोटेशियम, आयरन और बी कॉम्पलेक्स विटामिन की ज़्यादा और सोडियम की कम मात्रा होती है। सेम की सब्ज़ी बेहद स्वादिष्ट होती है, इसका सेवन हम सलाद, सूप और जूस के रूप में भी कर सकते हैं।

वेजीटेबल जूस

सब्जियों का रस हमारी किडनी, खून और लिवर की सफाई करता है। यह मोटापे और डाइबिटीज के इलाज में बेहद लाभकारी होता है। वेजीटेबल जूस से हमारी पाचन शक्ति मज़बूत होती है। इनमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट कैंसर जैसे खतरनाक और जानलेवा बीमारी से लड़ने में हमारी सहायता करते हैं। वेजीटेबल जूस पोटेशियम, मिनरल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट का अच्छा सोर्स है। वेजीटेबल जूस बनाते वक्त साफ-सफाई का विशेश ध्यान रखना पड़ता है। वेजीटेबल जूस को बनाकर तुंरत पीना चाहिए। फ्रेश जूस स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। जूस बनाने से पहले सब्ज़ियों को अच्छी तरह से धोन लेना चाहिए। सब्जियों के जूस में नींबू और अदर मिलाने से वह और ज़्यादा स्वादिष्ट हो जाता है। आप गाजर, खिरा, पुदीना, टमाटर, पालक, चुकंदर और लौकी का जूस बना सकते हैं।

साबुत अनाज और बाजरा

साबुत अनाज और बाजरे में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेड, फाइबर और प्रोटीन होता है। यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसमें रिफाइंड अनाज से ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। साबुत अनाज में फाइबर, विटामिन बी कॉम्पलेक्स, मिनरल्स और विटामिन ई की पर्याप्त मात्रा होती है। यह पेट के कैंसर, पाचन रोगों, डाइबिटीज, हार्ट डिज़ीज और मोटापे के रोग में फायदेमंद होता है। यह आसानी से पचता है। बाजरे में विटामिन B, B6, फोलिक एसिड, लौहा, कैल्शियम, पोटेशियम और जिंक की भरपूर मात्रा होती है जो शरीर को पोषण देता है।