नई दिल्ली, जेएनएन। हर साल मानसून का मौसम शुरू होते ही डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारी अपना कहर बरपाना शुरू कर देती हैं। खासकर उत्तर भारत में इन बीमारियों का प्रकोप ज़्यादा देखा गया है। साल दर साल लाखों लोग मच्छर की वजह से होने वाली इन बीमारियों की वजह अपनी जान गंवा बैठते हैं। हालांकि हाल ही की रिपोर्ट्स की माने तो मच्छर से होने वाली जानलेवा बीमारियों का अंत अब दूर नहीं है। इसका मतलब जल्द ही ऐसा वक्त आएगा जब किसी को भी डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां नही होंगी। लेकिन क्या सच में ऐसा मुमकिन है…आइए इसका पता लगाते हैं।
खुद रफूचक्कर हो जाएंगे जानलेवा मच्छर
इस समय भारत और खासकर दिल्ली और उसके आसपास बरसात का मौसम चल रहा है। बारिश का मौसम गर्मी से राहत के साथ डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों भी लेकर आता है। डेंगू का मच्छर मानसून में ही पैदा होता है।
इस मौसम में खासकर डॉक्टरों से लेकर नगर निगम सभी को मच्छरों को दूर रखने और उससे होने वाली बीमारियों से बचने की सलाह देते हैं। इस मौसम के साथ एक खबर बड़ी तेज़ी से वायरल होना शुरू हुई। वह यह कि अब देश से डेंगू मच्छर का नामो निशान ही मिट जाएगा। इस खबर को सुनकर लोगों को सुकून ज़रूर पहुंचा होगा क्योंकि मच्छर से होने वाली इन बीमारियों के लिए कोई खास दवा नहीं है और न ही किसी तरह का टीका। इलाज के दौरान अगर जेब खाली हो जाती है तो जान पर भी बन सकती है।
दुनिया भर में हर साल डेंगू की वजह से करीब 10 हजार लोगों मरते हैं। इनमें से 70 फीसद लोग ब्राजील और भारत जैसे देशों से हैं। दुनिया की जानी मानी वैज्ञानिक जरनल नेचर माइक्रोबायोलॉजी ने अपने शोध में पाया कि 2015 के मुकाबले 2080 में दुनियाभर में करीब 200 करोड़ लोगों पर डेंगू का खतरा मंडराएगा, लेकिन भारत में हालात कुछ अलग होंगे।
ऐसे हो सकता है मच्छर का खात्मा
अगले 60 साल में ऐसा मुमकिन है कि डेंगू के मच्छर ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से भारत की गर्मी बर्दाश्त ही न कर पाएं और खत्म हो जाएं। दरअसल, डेंगू वायरस फैलाने वाले एडिस मच्छर भारत की गर्मी ही नहीं झेल पाएंगे। भारत का मौसम इतना खराब हो जाएगा कि इन मच्छरों की पैदावार रूक जाएगी।