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पीएम मोदी ने कठोर शब्दों में कहां, 50 दिन बाद बेईमानों की बर्बादी का समय शुरू हो जाएगा

मुंबई, जेएनएन। मुंबई में शिवाजी महाराज की स्मारक के नीव का पत्थर रखने के बाद पीएम मोदी ने जनता को संबोधित किया है। बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में पीएम मोदी ने कहा कि शिवाजी ने संघर्षों के बीच सुशासन की मिसाल पेश की। शिवाजी ने सुशासन और प्रशासन का नया अध्याय लिखा। विश्व में शिवाजी जैसा व्यक्तित्व नहीं है।

भाजपा सरकार के नोटबंदी के बड़े फैसले की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बेईमानों की बर्बादी का वक्त शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि 50 बाद ईमानदार लोगों की तकलीफ कम होनी शुरु होगी अौर बेइमानों की तकलीफ बढ़ने लगेगा। पीएम ने कहा कि 70 से मलाई खाने वाले लोग नोटबंदी को सफल न होने देने की कोशिश करेंगे, जिससे जो हुअा सब करने की कोशिश भी की।

देशवासियों को भ्रमित किया गया, अफवाहों का बाजार गरम किया गया, फिर भी उन्होंने मेरा साथ नहीं छोड़ा। भ्रष्टाचार अौर कालाधन के खिलाफ लड़ाई तब तक नहीं रुकेगी, जब तक हम लड़ाई जीतेंगे नहीं। मोदी ने कहा कि हमारी सारी योजनाओं का केंद्र बिंदु गरीब का कल्याण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 8 नवंबर को उन्होंने कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा हमला बोल दिया। उनके फैसले से लोगों को तकलीफ हुई लेकिन लोगों ने इस फैसले का साथ दिया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी को लेकर लोगों को गुमराह करने की कोशिशें भी हुईं लेकिन लोग गुमराह नहीं हुए। महाराष्ट्र में निकाय चुनावों में लोगों ने गुमराह करने वालों को जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने सोचा कि बैंक वालों से मिलकर वे काले धन को सफेद कर देंगे, लेकिन वे लोग तो मरे ही, बैंक वालों को भी मरवा दिया। पीएम ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि नोटबंदी से जितनी भी तकलीफ आएगी, लोग उसे झेलने को तैयार हैं।
करीब 15 एकड़ के द्वीप पर प्रस्तावित स्मारक समंदर के किनारे से डेढ किलोमीटर अंदर होगा। इस स्मारक में लगने वाले शिवाजी महाराज के पुतले की ऊंचाई घोड़े समेत 192 मीटर है। घोडे़ पर बैठे हुए छत्रपती शिवाजी महाराज के पुतले की उंचाई 114.4 मीटर है। ये स्मारक करीब 13 हेक्टेयर के चट्टान पर बनाया जाएगा।

यहां एक समय में 10 हजार लोग एक साथ आ सकते हैं। इस स्मारक पर एक एम्पीथिएटर, मंदिर, फूड कोर्ट, लाइब्रेरी, ऑडियो गायडेड टूर, थ्री डी-फोर डी फिल्म, एक्वेेरियम जैसी सुविधाए होंगी। परियोजना की कुल लागत 3600 करोड़ रुपए है, जिसमें से पहले चरण की लागत 2500 करोड़ रुपए होगी।

इसके बाद वह मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) व दो मेट्रो परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। जिन मेट्रो परियोजनाओं की नींव पीएम मोदी रखने वाले हैं, उनमें डीएन नगर-मनखुर्द मेट्रो-2बी व वडाला-घाटकोपर-मुलुंड-ठाणे-कसरवाडावली गलियारा शामिल है।

मुंबई के बाद मोदी पुणे जाएंगे। यहां कृषि महाविद्यालय ग्राउंड में वह पुणे मेट्रो ट्रेन परियोजना का शिलान्यास करेंगे। मोदी मुंबई में राष्ट्रीय प्रतिभूति बाजार संस्थान (एनआईएसएम) के पातालगंगा स्थित नए परिसर का भी उद्घाटन करेंगे। यह संस्थान भारतीय प्रतिभूति एवं विनियामक बोर्ड (सेबी) की एक शैक्षिक पहल है।

एनआईएसएम वर्तमान में मुंबई के वाशी स्थित परिसर से अपना कार्य करता है, लेकिन मौजूदा आधारभूत ढांचा बढ़ती जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं है। नया परिसर 70 एकड़ क्षेत्र में फैला है। यहां 5000 छात्रों को शिक्षण देने की सुविधा है और इस संस्थान पर सेबी ने 400 करोड़ रुपए का निवेश किया है। वर्तमान में परिसर में करीब 1000 आवासीय छात्र हैं, जो विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़े हैं।

दुनिया का सबसे बड़ा स्मारक

यह दुनिया का सबसे बड़ा स्मारक होगा।
यह अरब सागर में तट से डेढ़ किलोमीटर अंदर बनेगा।
स्मारक की कुल ऊंचाई 192 मीटर होगी।
इसका प्लेटफॉर्म 77 मीटर होगा।
इस प्लेटफॉर्म पर घोड़े पर बैठे छत्रपति शिवाजी की मूर्ति 114 मीटर की होगी।
अमेरिका के स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से भी बड़ी मूर्ति होगी।
पूरे स्मारक को 13 हेक्टेयर में फैले चट्टानों पर बनाया जाएगा।
इस स्मारक में एमपी थिएटर, लाइब्रेरी, फूड कोर्ट में होगा।
इस कुल 3600 करोड़ की लागत आएगी।