लगभग हर अनाज कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत होता है. आमतौर पर भारतीय घरों में रोटी बनाने के लिए गेहूं, बाजरा, मक्का और ज्वार जैसे अनाज का प्रयोग किया जाता है. अधिकांश घरों में मूलत: गेहूं की सादी रोटियां ही बनाई जाती हैं, परंतु गेहूं की रोटी स्वादिष्ठ अधिक, पौष्टिक कम होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए राजघराना एग्रो फ़ूड ने गेहूं में जौ,बाजरा,मक्का,चना,रागी,जई और सोयाबीन मिलाकर मल्टीग्रेन आटा बाजार उतारा है । राजघराना ब्रांड की मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी की पौष्टिकता बढ़ जाती है. मल्टीगे्रन आटे से बनी रोटी विभिन्न प्रकार के रोगों में भी लाभदायक होती है.
राजघराना ब्रांड ने बाजार में उतारा मल्टीग्रेन आटा, इसमें छुपे है सेहत का राज
लगभग हर अनाज कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत होता है. आमतौर पर भारतीय घरों में रोटी बनाने के लिए गेहूं, बाजरा, मक्का और ज्वार जैसे अनाज का प्रयोग किया जाता है. अधिकांश घरों में मूलत: गेहूं की सादी रोटियां ही बनाई जाती हैं, परंतु गेहूं की रोटी स्वादिष्ठ अधिक, पौष्टिक कम होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए राजघराना एग्रो फ़ूड ने गेहूं में जौ,बाजरा,मक्का,चना,रागी,जई और सोयाबीन मिलाकर मल्टीग्रेन आटा बाजार उतारा है । राजघराना ब्रांड की मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी की पौष्टिकता बढ़ जाती है. मल्टीगे्रन आटे से बनी रोटी विभिन्न प्रकार के रोगों में भी लाभदायक होती है.