राजधानी की बैंकों में भी कोरोना कहर बरपा रहा है। एमपी नगर स्थित यूनियन बैंक की शाखा में भी एक कैशियर संक्रमित पाया गया है। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद दो दिन के लिए बैंक बंद कर दी गई थी, जो शनिवार को खुली। हालांकि, अन्य बैंककर्मियों एवं ग्राहकों में कोरोना का डर साफ देखने को मिला। राजधानी में अब तक बैंककर्मियों के संक्रमित होने का आंकड़ा 200 के पार पहुंच चुका है।
भोपाल में 41 निजी एवं सरकारी बैंकों की कुल 516 शाखाएं हैं। जहां पर अधिकारी-कर्मचारी लगातार संक्रमित हो रहे हैं। अग्रणी बैंक एवं बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखाओं के साथ ही एसबीआइ, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक आदि में 200 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी जद में आ चुके हैं। वर्तमान में यह आंकड़ा तेजी से फैल रहा है। जिसने सभी में खौफ पैदा कर रखा है।
दो दिन बाद भी दिखा खौफ
चार दिन पहले एमपी नगर के यूनियन बैंक के आंचलिक कार्यालय परिसर स्थित शाखा में कैशियर संक्रमित पाया गया था। इस कारण बैंक को दो दिन तक बंद रखा। साथ ही उसे सैनिटाइज भी किया गया। शनिवार को बैंक शाखा खुली, लेकिन कोरोना का खौफ कर्मचारियों एवं ग्राहकों में देखने को मिला। हालांकि, बैंक खुलने के बाद कम ही ग्राहक वहां पहुंचे। दरअसल, अधिकांश बैंकों में बिना सैनिटाइज एवं मास्क के ग्राहकों को बैंकों के भीतर नहीं आने दिया जाता है, लेकिन कर्मचारी व ग्राहकों के बीच शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पाता है। कैशियर भी ग्राहकों से लेन-देन के दौरान छह फीट की दूरी नहीं रख पाते हैं। इस संबंध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस मध्यप्रदेश के पदाधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं सरकार से मांग की है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते बैंकों को एक दिन छोड़कर खोलने की व्यवस्था की जाए। साथ ही सभी सुरक्षित उपाय किए जाए।