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किसानों की आज भारत बंद के समर्थन में बिहार में विपक्षी दल भी तैयार, पुलिस अलर्ट

किसान संगठनों द्वारा आज यानी 8 दिसंबर केा भारत बंद के समर्थन में बिहार के तमाम विपक्षी दल अपनी भूमिका निभाएंगे। विपक्षी दलों के मुताबिक आज का बंद ऐतिहासिक होगा। इस बंद में आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है। वहीं भारत बंद को देखते हुए प्रदेश में पुलिस हाईअलर्ट पर है।

राजद बंद में अग्रणी भूमिका भी निभाएगा
किसान संगठनों द्वारा बुलाई गई 8 दिसंबर के भारत बंद को राष्ट्रीय जनता दल न केवल अपना समर्थन देगा बल्कि राजद बंद में अग्रणी भूमिका भी निभाएगा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के निर्देश पर दल की ओर से पहले ही कार्यकर्ताओं को बंद में सक्रिय भागीदारी निभाने को कहा गया है।
प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजद के सभी नेताओं पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि अनुशासित  होकर शांतिपूर्ण तरीके से बंद में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। गांव-गांव में जो जहां हैं वहीं गांव से बाहर निकलकर सड़कों पर आएं।  भारत बंद का असर गांव में भी दिखना चाहिए।इसके लिए राजद ने कमर कस लिया है। यह भारत बंद ऐतिहासिक और अद्भुत होगा। देश के किसान परेशान हैं। डबल इंजन की सरकार बिहार में किसानों पर अत्याचार कर रही है। नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव ने ऐलान किया है कि किसानों को वाजिब हक दिलाने तक किसानों के आंदोलन  के साथ राजद खड़ा है। मौके पर राजद नेता सिपाही लाल महतो, निर्भय आंबेडकर भी मौजूद थे।  

द की तैयारियां पूरी : माकपा 
पटना। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि मंगलवार को भारत बंद की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। किसान समन्वय संघर्ष समिति के एक प्रमुख घटक के रूप में किसान सभा (जमाल रोड), खेतिहर मजदूर यूनियन, भारत का छात्र फेडरेशन, जनवादी नौजवान सभा, जनवादी महिला समिति, सीआईटीयू ने वामपंथी एवं अन्य जनसंगठनों के साथ मिलकर बंद की तैयारी गई है। वहीं, पार्टी के पटना जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि वोकेशनल एवं अन्य कोर्स की परीक्षा 8 दिसम्बर को पटना के कई जगहों पर है। उन परीक्षार्थियों को बिहार बन्द से मुक्त रखा जाएगा। बंद समर्थकों से अपील किया जाता है कि उन्हें सहयोग करें।

जरूरी सेवाओं को मुक्त रखा जाएगा : माले 
पटना।  भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने दावा किया कि  कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद ऐतिहासिक होगा। यह बंद केंद्र सरकार को अपने कदम पीछे करने पर विवश करेगा। कहा कि बंद से आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया है। पार्टी की कमेटियों को निर्देश दिया गया है कि सुबह से ही सभी प्रमुख राष्ट्रीय पथ,  उच्च पथ व रेल सेवाओं का परिचालन ठप कर बंद को ऐतिहासिक बनाएं। कहा कि पटना में 11 बजे बुद्धा स्मृति पार्क से पैदल मार्च निकलेगा। इसमें माले विधायक सुदामा प्रसाद भी शामिल होंगे। 

माले सचिव ने आरोप लगाया कि भाजपा का बंद को लेकर अनर्गल प्रलाप शुरू हो गया है। वे खेती-किसानी को बचाने के इस महाअभियान को दुष्प्रचारित करने में जुट गए हैं। वहीं, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के महासचिव धीरेन्द्र झा ने भी बयान जारी कर कहा कि उनका संगठन भी बंद में सक्रिय तौर पर शामिल होगा। किसानों के मुद्दों के साथ-साथ खेत व ग्रामीण मजदूरों के सवालों को उठाते हुए बंद में संगठन शामिल होगा। भाकपा-माले से जुड़े संगठनों ऐक्टू, ऐपवा, आइसा, इनौस व अन्य संगठन भी किसान संगठनों के आह्वान पर आयोजित भारत बंद में प्रमुखता से शामिल होंगे। 
माले के राज्य सचिव ने सवाल किया कि कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोग कहां थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा व संघ ने प्रवासी मजदूरों व जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया था।  

नए कृषि कानून रद्द हों : किसान कांग्रेस
अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय सह संयोजक व बिहार प्रभारी राजकुमार शर्मा एवं प्रदेश महासचिव आशुतोष रंजन ने केंद्र सरकार से तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की। सोमवार को जारी बयान में दोनों नेताओं ने कहा कि इन कानूनों को रद्द करने को लेकर सभी जिलों व प्रखंडों में किसानों द्वारा विरोध किया जाएगा। दूसरी ओर, अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा व मनरेगा मजदूर सभा ने पत्र जारी कर 8 दिसंबर को प्रस्तावित भारत बंद को सफल बनाने की अपील की। साथियों को लिखे पत्र में कहा कि नया कृषि कानून और आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन वापस लिया जाए। 
 कृषि लोन, स्वयं सहायता समूह व माइक्रो फाइनेंस कंपनियों द्वारा महिलाओं को दिया गया कर्ज और बिजली बिल माफ करने, सभी गरीबों को राशन और आवास भूमि सुनिश्चित करने और मनरेगा में साल भर काम और 500 रुपया मजदूरी प्रतिदिन करने की मांग की जाएगी। 

ईस्ट-सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन भी समर्थन में
पटना। भारत सरकार की किसान विरोधी कृषि अधिनियमों के विरोध में उत्तर भारत के अधिसंख्य आंदोलनरत किसानों के संग ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन भी साथ देगा। यूनियन के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने कहा है कि सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ कृषि संगठनों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया है। इसका आल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन ने नैतिक समर्थन देने का फैसला किया है। इस मौके पर कार्यस्थलों पर, विभिन्न डिपों, पार्शल में तथा कार्यालयों पर लंच टाइम में धरना प्रदर्शन ा किया किया जाएगा।

दानापुर रेलमंडल समेत पूर्व मध्य रेल के सभी पांचों रेलमंडल में हड़ताल 
 महामंत्री ने दानापुर रेलमंडल समेत पूर्व मध्य रेल के सभी पांचों रेलमंडल में हड़ताल में भागीदारी देने का फैसला किया है। पटना शाखा के अध्यक्ष सुभाषचंद्र सिंह ने कहा है कि सरकार को किसानों के मुद्दे पर विचार करना चाहिए। कहा कि किसान के हक में आवाज़ बुलंद करने के लिए जंक्शन पर लंच समय में धरना प्रदर्शन होगा। मीडिया प्रभारी एके शर्मा ने कहा है हड़ताल के दौरान सभी कर्मी अपनी शाखाओं द्वारा भारत के किसानों को अपना नैतिक समर्थन देने के लिए भारत बंद कार्यक्रम आयोजित करें। 
 
 बिहार पुलिस अलर्ट, पटना में 40 जगह मजिस्ट्रेट तैनात
 भारत बंद को लेकर बिहार पुलिस अलर्ट पर है। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को हर हाल में विधि-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया है। पटना समेत कुछ जिलों को बंद के मद्देनजर अतिरिक्त बल भी मुहैया कराया गया है।बंद के दौरान हंगामा न हो इसके लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है। सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। उन्हें शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। कहीं कोई तोड़फोड़ या हिंसा होती है तो पुलिस असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटेगी।  वहीं पटना जिला प्रशासन ने 40 मजिस्ट्रेट की तैनाती की है। प्रत्येक चौक-चौराहे पर मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है।