जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने आरोप लगाया है कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार की पृष्ठभूमि से एक बार फिर गायब हैं। यह पहला मौका नहीं है, जब नेता प्रतिपक्ष बिहार से गायब हैं। ऐसे दर्जनों मौकों पर वह बिहार की जनता को छोड़कर किसी अज्ञातवास में चले जाते हैं। जिसकी जानकारी न तो उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को है, न ही महागठबंधन के उनके साथियों को। बिहार की जनता को अब उनकी अनुपस्थिति की आदत हो गई है। उन्हें बिहार की जनता की याद केवल चुनाव के समय ही आती है। सदन के बीच सत्र में ही वह गायब हो जाते हैं।
प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में मंगलराज है। तेजस्वी यादव से सवाल पूछा है कि जो अपराध कर रहे हैं, वे कौन हैं, उन्हें कौन संरक्षण दे रहा है। आरोप लगाया कि राजद के वे नेता जो जेल में बंद हैं, वे जेल से अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। कहा कि लेकिन, सुशासन राज में कोई अपराधी बचेगा नहीं, सबको जेल होगी या वे फिर से बिल में घुस जाएंगे।
संजय सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव वर्चुअल पार्टी चला रहे हैं। सिर्फ सोशल मीडिया पर एक्टिव होकर वे दिखाना चाहते हैं कि वह भी हैं। नहीं तो जनता इनको ऐसे भूल जाएगी कि कभी ये बिहार के नेता भी थे। आरोप लगाया कि लालू यादव के दोनों पुत्र जनता को झांसा देने में सबसे आगे हैं। दोनों ने अपने-अपने क्षेत्र से चुनाव जीत लिया, लेकिन जब जनता की सेवा करने की बारी आई तो फरार हो गए। अब अगले पांच साल तक ये कभी-कभी ही क्षेत्र में दिखेंगे।