बिहार में राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि अंदर की बात नीतीश कुमार के मुंह से शायद ही बाहर आती है। उनको जानने वाले इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं। कहा कि नीतीशजी ने स्वयं इस बात को सार्वजनिक किया कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए भाजपा की ओर से अब तक नाम नहीं मिला है, इसलिए विस्तार ठहरा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके पहले मंत्रिमंडल गठन में हम इतना विलंब कहां करते थे। श्री तिवारी ने कहा कि एनडीए में जो हालात हैं, उनमें मध्यावधि चुनाव की बात किया जाना कतई गलत नहीं है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार द्वारा सार्वजनिक रूप से इस बात को जाहिर करना दर्शाता है कि इस विलंब की वजह से वे असहज महसूस कर रहे हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 14 सदस्य हैं। हर मंत्री के पास कई विभाग हैं। नया होने के कारण उनके पास अनुभव भी कम है। ऐसे में शासन-प्रशासन का काम प्रभावित होना स्वाभाविक है।
कहा कि भाजपा के बिहार प्रभारी और दूसरे नेता जिस तरह पहले जदयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह और फिर नीतीश कुमार से मिले थे, उससे लग रहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार का रास्ता साफ हो गया है। कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में चिराग पासवान को भी जगह मिलने की चर्चाएं हैं। इन हालात में अब लग रहा है कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।