Friday , December 20 2024

Good News: भागलपुर में बनेगी मल्टीलेवल और अंडरग्राउंड पार्किंग, स्मार्ट सिटी काम की डेट लाइन तय

भागलपुर स्मार्ट सिटी में पार्किंग की समस्या का जल्द समाधान होगा। वहां मल्टीस्टोरी और अंडरग्राउंड पार्किंग के लिए जगह चिन्हित की जाए। यह निर्देश नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव सह स्मार्ट सिटी बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने भागलपुर स्मार्ट सिटी के निदेशक मंडल की बैठक में दिए। कहा कि भागलपुर ऐतिहासिक व सांस्कृतिक शहर है। वहां जबतक पार्किंग की बेहतर सुविधा नहीं मुहैया कराएंगे तब तक स्मार्ट सिटी की परिकल्पना पूरी नहीं हो सकती है।

भागलपुर स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) के क्षेत्र विस्तार करने का निर्देश दिया गया है। अभी भागलपुर का एबीडी क्षेत्र लगभग 613 एकड़ है, जिसे बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। कहा कि भागलपुर शहर को छह माह के अंदर देश के टॉप 50 स्मार्ट सिटी में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा है कि दो माह के अंदर 70 फीसदी काम अवश्य शुरू कर दें। इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने कहा कि भागलपुर में स्मार्ट रोड का निर्माण अविलंब शुरू करें। बरारी के पास गंगा के घाटों के सौंदर्यीकरण के साथ वहां सुविधाएं विकसित करने की भी योजना शीघ्र बनाई जाए, जो शहरवासियों के आकर्षण का महत्वपूर्ण स्थल बन सके। शहर के पार्कों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा ताकि लोगों को वहां कई प्रकार के आकर्षण और सुविधाएं मिल सकें। बरारी में गंगा घाटों और शहर के महत्वपूर्ण स्थानों पर लाइट एवं साउंड शो तथा वाटर बेस्ड लेजर शो का संचालन करने के लिए योजना शीघ्र बनाने को कहा। प्रधान सचिव ने पदाधिकारियों से इन सभी परियोजनाओं का प्रजेंटेशन 15 जनवरी को देने का निर्देश दिया है।

कंट्रोल कमांड सेंटर के काम में लाएं तेजी 
आनंद किशोर ने दो माह में स्मार्ट सिटी के 70 फीसदी कार्य शुरू करने का लक्ष्य पदाधिकारियों को दिया। उन्होंने इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आइसीसीसी) के निर्माण में तेजी लाने और टाउन हॉल का  काम एक सप्ताह में शुरू कराने, वेंडिंग जोन का टेंडर व स्लम एरिया के स्कूलों के आधुनिकीकरण की निविदा प्रक्रिया जनवरी के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य दिया है।

सीईओ, सीजीएम और प्रबंधक की नियुक्ति जल्द
उन्होंने सीइओ, सीजीएम तथा प्रबंधक के रिक्त पदों पर जनवरी में भर्ती किये जाने के निर्देश दिये। श्री किशोर ने कहा कि सभी स्मार्ट सिटी की रैकिंग में आमूल-चूल सुधार लाने के लिए पदाधिकारी लगातार काम करें। चार महीने में सौ फीसदी शुरू करने का लक्ष्य रखा जाए।