प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने 30 जनवरी की विपक्ष की मानव शृंखला को लेकर नेता विपक्ष पर हमला बोला है। दावा किया है कि तेजस्वी यादव और उनकी टीम की संभावित मानव शृंखला का जो ढोंग है वह पूरी तरह से फ्लॉप होने वाली है। इसमें न तो किसान शामिल होंगे और न यहां की आम जनता। शामिल वही लोग होंगे जो उनकी जी हुजूरी करते हैं। कहा यह मानव शृंखला दिशाहीन है, उद्देश्यहीन है।
संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में तथाकथित किसानों ने जो उपद्रव मचाया, गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय धरोहर का जो अपमान किया, इस पर तो तेजस्वी यादव ने एक बार भी अफसोस नहीं जताया। कहा, विपक्ष के नेता किसानों के आंदोलन का लगातार समर्थन कर रहे हैं, लेकिन तथाकथित किसानों के इस व्यवहार के बारे में तेजस्वी यादव ने चुप्पी साध ली है। तेजस्वी को सार्वजनिक तौर पर बताना चाहिए कि दिल्ली में जिन्होंने उत्पात मचाया है, क्या वह उनके साथ हैं या नहीं?
मानव शृंखला बनाने की राजद की जिद दुर्भाग्यपूर्ण : सुशील मोदी
भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जनता में अब कथित किसान संगठनों और उनके समर्थक दलों के प्रति काफी गुस्सा है। दिल्ली-जयपुर हाइवे को खाली कराया जा चुका है। कुछ संगठनों ने आंदोलन से किनारा कर लिया है। इसके बावजूद बिहार में मानव शृंखला बनाने की राजद की जिद दुर्भाग्यपूर्ण है। असली किसान एनडीए के साथ हैं।
ट्वीट कर सुशील मोदी ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से असहमति और विरोध प्रकट करने की अनुमति देने के लिए गणतंत्र की महिमा है, लेकिन भारत के 72वें गणतंत्र दिवस पर उत्पात और हिंसा करने वालों ने गणतंत्र की उदारता को ही इस पर हमले का हथियार बनाकर अपना असली चेहरा दिखाया। कांग्रेस सहित 16 विपक्षी दलों ने पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर और तलवार से हमला करने वाले पंजाब-हरियाणा के उत्पातियों की न कड़े शब्दों में निंदा की, न हिंसक हुए आंदोलन से अपना समर्थन वापस लिया। लेकिन उनके पक्ष में दिखने के लिए इन दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने की घोषणा अवश्य कर दी।